Bhind News: शिवम पांडेय, भिंड नईदुनिया। भिंड जिले के मौ में पदस्थ तहसीलदार महेंद्र गुप्ता को कलेक्टर ने हटाकर भू-अभिलेख कार्यालय में अटैच कर दिया है। उनके स्थान पर नायब तहसीलदार रवीश भदौरिया को तहसील का प्रभार सौंपा गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले आरआइ ने तहसीलदार पर मारपीट करने का आरोप भी लगाया था।
15 सितंबर को आरआइ बलवीर सिंह भदौरिया ने तहसीलदार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मेरा वेतन रुका होने की वजह से मैं तहसीलदार महेंद्र गुप्ता के कार्यालय पहुंचा। जब मैंने तहसीलदार से वेतन के बारे पूछा तो वे अपनी कुर्सी से खड़े होकर बोले- तू कोई काम ही नहीं करता है, तुझे कोई वेतन नहीं मिलेगा। साथ ही मारपीट करनी शुरू कर दी। इसके बाद कार्यालय में मौजूद पटवारियों ने बीच बचाव कराया था। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर तहसील कार्यालय में दो से ढ़ाई घंटे हंगामा हुआ। इसके बाद गोहद एसडीएम ने मौ तहसील कार्यालय पहुंचकर इस मामले को शांत कराया था। इसके बाद आरआर ने मौ तहसीलदार के खिलाफ थाने में शिकायती आवेदन भी दिया था।
तहसीलदार को हटाने के लिए शुरू किया था धरना: मौ तहसीलदार को हटाए जाने को लेकर कुछ कोटवार, पटवारियों और आरआइ ने मौ तहसील कार्यालय में धरना शुरू किया था। इसके बाद चार-पांच दिन बाद वरिष्ठ अधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद यह धरना समाप्त हो गया था।
कलेक्टर ने वेतन काटने के दिए थे निर्देश: कलेक्टर ने 13 सितंबर को समय सीमा पत्रों की सप्ताहिक समीक्षा बैठक करते हुए सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का समय पर निराकरण न होने को लेकर मौ तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों का एक सप्ताह का वेतन काटने के निर्देश दिए थे। हालांकि कलेक्ट डा सतीश कुमार एस का कहना है कि मौ तहसीलदार महेंद्र गुप्ता को मारपीट के मामले में अटैच नहीं किया गया है। विभागीय अन्य कारणों की वजह से उन्हें तहसील से हटाया गया है।