रौन( नईदुनिया न्यूज )।
पेड़-पौधों का महत्व हर किसी को समझना होगा। जब तक हम और आप इसे नहीं समझेंगे, तब तक पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाया हुआ कदम सार्थक नहीं होगा। हर व्यक्ति को जीवन जीने के लिए पेड़-पौधा की आवश्यकता होती है। क्योंकि पेड़ों से ऑक्सीजन लेता है। इस तरह से प्रत्येक व्यक्ति को इस धरा पर जीवित रहने के लिए उसके हिस्से की ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए दस पेड़ चाहिए। इसलिए पर्यावरण संरक्षण को समझ कर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं। यह बात रौन के बराहेट गांव में स्थित देवसरकार मंदिर परिसर में पौधारोपण करते हुए समाजसेवी सुरेशचंद्र दुबे ने कही।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति हो या पशु-पक्षी हर किसी को ऑक्सीजन की जरूरत होती है। बिना ऑक्सीजन के व्यक्ति एक क्षण भी जीवित नहीं रह सकता है। इसलिए ऑक्सीजन बनाने के लिए पौधों का होना अत्यंत आवश्यक है। इसकी महत्ता को हर किसी को समझना होगा। जब तक हर व्यक्ति के अंदर पेड़-पौधों का आदर नहीं होगा, तब तक पर्यावरण प्रदूषित होता जाएगा। इंसान के लिए खतरे की घंटी तेज होती जाएगी। उन्होंने बताया कि जिदंगी के हर मोड़ पर पौधों की जरूरत पड़ती है। चाहे वह हवा की हो, पानी की हो, छाया की हो या फिर उसके फल व लकड़ी की बात हो। श्री दुबे ने बताया कि अगर आप एक आम का पौधा रोपते हैं, तो उसका फल आप के साथ आपके परिवार के लोग खाते हैं। लेकिन उससे छाया कई इंसान और पशु लेते हैं। कई पक्षियों का आशियाना भी उसी पेड़ पर होता है। आज जो प्रदूषण बढ़ रहा है, अगर पर्याप्त संख्या में पौधे लगें तो इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसमें गुरुवार को जामुन, नीबू, आम, नीम और अर्जुन को पौधारोपण कर 101 पौधे मंदिर परिसर में रोपे है। इस मौके पर रामराज शर्मा, संतोषसिंह, अवधेशसिंह, आदित्यसिंह राजावत, रामशंकर शर्मा, भारतसिंह, सतेंद्रसिंह चौहान, यशवंतसिंह और अजयकुमारसिंह के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।
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