नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में कलेक्टर द्वारा जीवाजी विश्वविद्यालय के एक परीक्षा केंद्र पर बीएससी द्वितीय वर्ष की फिजिक्स की परीक्षा में शामिल छात्र को थप्पड़ मारने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो अप्रैल में जीवाजी विश्वविद्यालय की परीक्षा के दौरान का है। इस बारे में कलेक्टर का कहना है कि उस दिन छात्र का पेपर बाहर के युवकों के पास पाया गया था। लगातार पूछने पर भी इसके बारे में नहीं बता रहा था। परीक्षार्थी का भविष्य खराब न हो, इसलिए इस मामले में उसके खिलाफ तब मुकदमा नहीं लिखाया था।
वहीं, परीक्षार्थी ने वीडियो बहुप्रसारित होने के बाद रविवार को मेहगांव थाने में कलेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराए जाने की मांग को लेकर शिकायती पत्र दिया। उसका कहना है कि वह उस दिन फिजिक्स की परीक्षा में बैठा था। टायलेट के लिए गया था, लौटकर आया तो पेपर टेबल से गायब था। कलेक्टर मौके पर पहुंचे और बिना पूछे थप्पड़ मार दिए। कान में चोट आई थी और नकल का प्रकरण भी बना दिया गया। उसका पक्ष नहीं सुना गया।
ग्वालियर रोड पर लाड़मपुर स्थित पंडित दीनदयाल दंगरोलिया कालेज कालेज में एक अप्रैल को परीक्षार्थी रोहित राठौर से कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा मारपीट किए जाने के दो वीडियो सामने आए हैं, हालांकि घटना उस समय सार्वजनिक नहीं हो सकी थी। अब बहुप्रसारित वीडियो में नजर आ रहा है कि परीक्षा केंद्र के अलावा ऑफिस के एक कमरे में भी कलेक्टर परीक्षार्थी से पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन परीक्षार्थी जवाब नहीं देता है।
इस पर कलेक्टर गुस्से में आकर उसे थप्पड़ मारते हैं। घटना के बाद छात्र को परीक्षा से बाहर कर दिया गया था। आरोप है कि उसने बीएससी फिजिक्स का पेपर केंद्र से बाहर भिजवाया था ताकि हल कराकर वापस मंगाया जा सके। वहीं, अभिभाषक संघ भिंड के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र चौधरी ने कहा कि कलेक्टर पर कार्रवाई को लेकर सोमवार को ज्ञापन दिया जाएगा। कांग्रेस ने कहा यह गुंडई जैसी घटना नकल प्रकरण को लेकर कलेक्टर की थप्पड़ मारने की इस प्रतिक्रिया पर विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सवाल उठाए हैं।
रविवार को कांग्रेस नेता कटारे ने इसको लेकर बयान में कहा कि जिन पर जिले के लॉ एंड आर्डर को संभालने की जिम्मेदारी है। वह खुद ही इसे ब्रेक कर छात्र पर गुंडे की तरह हाथ उठा रहे हैं। यह घटना असंवैधानिक है। कलेक्टर को गलती स्वीकार करना चाहिए और सरकार को इस घटना पर संज्ञान में लेना चाहिए। अगर कोई छात्र गलती भी करता है तो उसे सुधारने के कई तरीके हैं।