नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड निवासी ढाबे के रसोइया को आयकर विभाग से 46 करोड़ रुपये के लेनदेन पर नोटिस मिला है। यह लेनदेन उसके उस बैंक खाते में हुआ जिसे वह भूल चुका था। पता चला कि सात साल पहले एक टोल कंपनी में काम करने के दौरान बिहार निवासी सुपरवाइजर ने दिल्ली के उत्तम नगर वेस्ट की पीएनबी ब्रांच में उसके नाम से एक खाता खुलवाया था, जिसमें फर्जी तरीके से शौर्या इंटरनेशनल ट्रेडर्स ने करोड़ों का लेन देन किया है। पीड़ित ने ग्वालियर के सिरौल थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
थाना प्रभारी गोविंद बगोली का कहना है कि शिकायत का परीक्षण किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार रसोइया रविंद्र सिंह चौहान ने बताया कि वह छह जुलाई 2017 में ग्वालियर बाइपास स्थित पथ कंपनी के टोल प्लाजा पर रसोइया था। वहां बिहार के बक्सर जिला निवासी सुपरवाइजर शशिभूषण राय ने पीएफ के पैसों के अलावा हर माह पांच हजार रुपये तक की अतिरिक्त इनकम का लालच देकर उसे दिल्ली ले गया। 12 नवंबर 2019 को तीन अन्य लड़कों के साथ दिल्ली के उत्तम नगर वेस्ट की पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में ले जाकर खाता खुलवाया।
आठ दस माह बाद भी रुपये नहीं आए तो वह खाता बंद करवाने के लिए दिल्ली जाकर बैंक अधिकारी से मिला। उस समय बताया गया कि खाता बंद करवाने के लिए जीएसटी शाखा की परमिशन लगेगी। उस समय शशिभूषण से संपर्क किया तो उसने कहा कि वह खाता बंद करवा देगा। 2023 में कंपनी का टोल प्लाजा का समय पूरा हुआ तो उसकी नौकरी छूट गई और वह भी खाता भूल गया।
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पीड़ित ने बताया कि नौ अप्रैल 2025 को घर पर कागज आया, जो अंग्रेजी में था। पत्नी और बच्चों को कुछ समझ आया नहीं, इसलिए इस बात को वह लोग भूल गए। 25 जुलाई को फिर नोटिस आया। तो मोहल्ले में रहने वाले परिचित वकील को कागज दिखाया। उन्होंने आयकर का नोटिस बताते हुए पड़ताल की तो पता चला कि भिंड के उसके बैंक खाते के अलावा दिल्ली में भी खाता संचालित है, जो शौर्या ट्रेडिंग कंपनी से जुड़ा है।
इसी खाते से 46 करोड़ का लेन देने हुआ है। खाते में अभी भी 13 लाख रुपये जमा हैं। इस संबंध में जब उसने शशिभूषण राय को फोन किया तो उसका कहना था कि उसके साथ भी इस तरह धोखाधड़ी हुई है। वह अभी पटना (बिहार) में एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा है।