गोहद(नईदुनिया प्रतिनिधि)। ओवरलोड वाहन निकलने की वजह से गोहद बस स्टैंड से चितौरा तक करीब 12 किलोमीटर लंबी सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। स्थिति यह है इस मार्ग से भारी वाहन गुजरते ही धूल के गुबार उड़ना शुरू हो जाते हैं। ऐसे में इस मार्ग से आवागमन करने वाले राहगीरों की समस्याएं बढ़ गई हैं। साथ ही यहां हादसा होने की संभावना भी बनी रहती है। लेकिन इसके बावजूद भी इस सड़क का मेंटेनेंस कराए जाने को लेकर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
गोहद से मौ को जोड़ने वाली 32 किलोमीटर लंबी सड़क वर्ष 2017 में बनकर तैयार हुई थी। पीडब्ल्यूडी द्वारा इस मार्ग का निर्माण कराया गया था। लेकिन इस मार्ग पर ओरवलोड गिट्टी से भरे डंपर, ट्रक निकले की वजह से यह मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। गोहद से मौ मार्ग के बीच में चितौरा से गोहद तक जोड़ने वाली सड़क से डामार गायब हो चुका है। वहीं जगह-जगह एक से डेढ़ फीट के गड्ढे हो गए हैं। इस वह से वर्तमान में सड़क पर गहरे गड्ढे होने से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है।
आए दिन हो रहे हादसेः
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गोहद से मौ तक यह 32 किलोमीटर का पूरा मार्ग जर्जर हो चुका है। लेकिन गोहद से चितौरा गांव तक रोड की हालत सबसे अधिक खराब है। चितौरा गांव के पास तो रोड पर बिछा हुआ डामर उखड़ चुका है इसके कारण सड़क पर बिखरी पड़ी गिट्टी पर आए दिन बाइक चालक फिसलकर गिर जाते हैं।
ओवरलोड निकल रहे रहे भारी वाहन
गोहद और मौ नगरवासियों का कहना है कि गिट्टी से भरे भारी वाहनों के निकलने से यह रोड समय से पहले जर्जर हुई है। प्रशासन को इस मार्ग पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा देना चाहिए। इसके साथ ही इस मार्ग का जल्द से जल्द मेंटेनेंस कराया जाना चाहिए।
- गोहद से चितौरा तक की सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इस वजह से आवागमन करते समय अधिक समय भी लगता है। साथ ही हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
वीरेंद्र सिंह राणा, निवासी चितौरा
- गड्ढों में तब्दील होते हुए गोहद-मौ मार्ग का मेंटेनेंस कराए जाने को लेकर कई बार संबंधित अधिकारियों से गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन जिम्मेदर इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हरेंद्र योगी, निवासी निवरौल
- बारिश के बाद गोहद-मौ मार्ग पर पैचवर्क कराए जाने का कार्य शुरू कराया जाएगा। इस संबंध में पूर्व में आयोजित बैठक में निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
संतोष कुमार, एसडीओ पीडब्ल्यूडी गोहद