भिंड (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सिंध नदी में माफिया द्वारा अवैध उत्खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार सुबह लहार के पर्रायच गांव के घाट पर अवैध तरीके से रेत निकालने के दौरान नदी में पानी का बहाव अचानक बढ़ गया। ड्राइवर जब तक कुछ समझ पाते, तब तक पानी ट्रक की आधी बाडी पर आ गया। हड़बड़ाहट में ड्राइवरों ने अपने वाहन ट्रैक्टर और जेसीबी की मदद से बाहर निकाले। जबकि बारिश शुरू होने से पहले प्रशासन के अलावा एनजीटी ने भी रेत के उत्खनन पर रोक लगा रखी है। बावजूद माफिया प्रशासन और माइनिंग की मिलीभगत से अवैध उत्खनन कर रहा है।

जानकारी के अनुसार प्रशासन ने बारिश शुरू होने से पहले सिंध नदी में मछली पकड़ने के अलावा रेत उत्खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। बावजूद माफिया पर्रायच, खेरा, मेंहदा घाट के अलावा गोरमी क्षेत्र से रेत का उत्खनन कर रहा है। बताया जाता है, कि रात के अंधेरे में जेसीबी की मदद से बीच नदी से रेत निकाला जाता है। ऊमरी क्षेत्र के खैरा घाट पर तो दिनदहाड़े ही ट्राला भरे जा रहे हैं।

रस्सी के सहारे ड्राइवर को बाहर निकाला गया : बुधवार सुबह पर्रायच घाट पर करीब एक सैकड़ा ट्राला-डंपर रेत भरने के लिए गए थे। वाहन नदी किनारे रेत भरने के इंतजार में खड़े थे। इसी दौरान अचानक नदी में तेज बहाव आ गया। ड्राइवर कुछ समझ पाते तब तक पानी ट्राला की केबन तक पहुंच गया। ड्राइवर केबन के ऊपर चढ़ गए। करीब एक दर्जन ड्राइवर-हेल्पर नदी की धार में फंस गए। माफिया ने इन्हें रस्सी के सहारे किनारे तक लाए। हालांकि करीब 4 घंटे बाद पानी का बहाव कम होने पर जेसीबी से खींचकर वाहनों को किनारे तक लाया गया। इस संबंध में खनिज विभाग के इंस्पेक्टर राजेश देशमुख से बात करनी चाही तो उन्होंने काल रिसीव नहीं किया।

पर्रायच घाट पर ट्रक कैसे पहुंचे यह हमारी जानकारी में नहीं हैं, क्योंकि यह काम माइनिंग और प्रशासन का है। हम लोग तो वहां जाते ही नहीं हैं।

अवनीश बंसल, एसडीओपी लहार।

Posted By: anil tomar

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