रावतपुरा पंचायत का मामला, शिकायत के बाद भी जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
लहार(नईदुनिया न्यूज)। रावतपुरा पंचायत में रहने वाल एक परिवार तीन साल से कच्चे मकान में झोंपड़ी के नीचे जीवन व्यतीत कर रहा है। आवास योजना की लिस्ट में नाम होते हुए भी इस परिवार को पक्के छत की सौगात नहीं दी है। हितग्राही रामप्रकाश श्रीवास पीएम आवास के लिए सचिव से लेकर तहसीलदार और एसडीएम के दफ्तर के चक्कर काट-काट के थक चुके हैं।
रावतपुरा पंचायत में रावतपुरा, टोला और बिजौरा गांव आते हैं। तीनों ही गांवों में कुल 180 लोगों के आवास मंजूर हैं, लेकिन जिन लोगों के पास पक्के मकान और पैत्रिक जमीनें हैं उन्हें भी पीएम आवास का लाभ दिला दिया गया। जबकि 150 से अधिक ऐसे गरीब परिवार हैं जो आवास के लिए भटक रहे हैं। रावतपुरा में रहने वाले रामप्रकाश की उम्र 60 साल हो चली है। मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। वह बताते हैं कि पंचायत से बीपीएल कार्ड बन गया है, लेकिन उसका लाभ नहीं मिला है। 3 बेटा 4 बेटी हैं, जिनका बड़ा खर्च वह मजदूरी करके उठा रहे हैं। बेटियों की शादी जैसे तैसे कर दी, अब बेटों की पढ़ाई का खर्च है। ऐसे में मकान बनाने में समर्थ नहीं हैं, लेकिन दूसरी ओर शासन की योजना से भी निराशा हाथ लगी है।
-गरीब परिवार अगर पात्र है और उसका नाम लिस्ट में है तो आवास अवश्य दिलाया जाएगा। इस संबंध में संबंधित से बातचीत की जाएगी।
जेके जैन, सीईआ, जिपं भिंड