ग्वालियर-चंबल में बारिश से क्वारी, चंबल और सिंध नदी का जलस्तर बढ़ा
प्रशासन का कहना है कि कोटा बैराज से 8700 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके साथ ही बारिश का पानी चंबल नदी में आया है, जिससे यह स्थिति बनी है। हालांकि खतरे की कोई बात नहीं है। जब कोटा बैराज बांध से 7 से 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है तब खतरा बढ़ता है।
Publish Date: Wed, 25 Jun 2025 09:48:53 PM (IST)
Updated Date: Wed, 25 Jun 2025 09:52:35 PM (IST)
अटेर में चंबल नदी का बढ़ा जलस्तर।HighLights
- चंबल नदी खतरे के 113.80 निशान से 6.15 मीटर नीचे है।
- क्वारी नदी में पानी का लेवल 122.29 मीटर पर पहुंच गया है।
- हालांकि सिंध नदी में अभी पानी 111.53 मीटर पर बह रहा है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। ग्वालियर-चंबल अंचल में पिछले दिनों हुई तेज बारिश के बाद जिले की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। 24 घंटे में क्वारी नदी खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे बह रही है। वहीं चंबल 6.15 मीटर और सिंध नदी 8.67 मीटर नीचे बह रही है। नदियाें के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने आसपास रह रहे ग्रामीणों को अलर्ट किया है। साथ ही एसडीईआरएफ और होमगार्ड सहित सुरक्षाबल अलर्ट कर दिया है।
बता दें मंगलवार शाम चंबल नदी का जलस्तर 108 मीटर था, जो बरही घाट पर बुधवार शाम पांच बजे बढ़कर 113.65 मीटर पहुंच गया है। इधर क्वारी भी उफान भर रही है। क्वारी नदी में पानी का लेवल अचानक बढ़कर 122.29 मीटर पर पहुंच गया है। जबकि खतरे का निशान 125.40 मीटर पर है। हालांकि सिंध नदी में पानी 111.53 मीटर पर बह रहा है।
नदियों के किनारे इन गांवों को किया अलर्ट
जिले के इन गांवों में बाढ़ का खतरा
- सिंध नदी किनारे के भिंड के मड़नई, जखमौली, खेराश्यामपुरा, ककहरा और टेहनगुर गांव में बाढ़ का खतरा रहता है। मेहगांव के सांदुरी, बझरौली, बछरेटा, बरैठीखुर्द, बरैठीराज, खेरिया सिंध और कछार। रौन के इंदुर्खी, कोंध की मढ़ैया, निबसाई, महायर, रेंवजा, मेंहदा, पढ़ौरा, दोहई, हिलगवां। लहार के लिलवारी, लगदुआ, बरहा, केशवगढ़, अजनार, रोहानीसिंग पुरा, मड़ोरी और सिजरौली गांव में बाढ़ आने का खतरा रहता है।
- चंबल नदी किनारे के भिंड के ज्ञानपुरा और बरही। अटेर के मुकुटपुरा, कछपुरा, खेराहट, नावली वृंदावन, मघेरा का दिन्नपुरा, नखलौली की मढ़ैया, कोषण की मढ़ैया, चिलोंगा, रमा का कोट, तरसोखर, नावलीहार, आकौन, अहरौली काली, गड़ेर, चौम्हो, सूरजपुरा, विंडवा, कनैरा गांव में बाढ़ आने का खतरा रहता है।
क्वारी नदी किनारे के भिंड के बघेड़ी, ईगुरी, बगुलरी, कचोंगरा, परसोना, मिरचौली, बझाई का गुवरिहाई, रमपुरा का नागौर। गोरमी के हरीक्षा, सिकरौदा, परोसा, सुकांड, आरोली, खेरा, कुटरोली, कचनावखुर्द, चंदेनी। दिन भर रही उमस
बुधवार को उमस का कहर जारी रहा। हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर में धूप ने लोगों को परेशान किया। दिन का अधिकतम तापमान एक डिग्री की गिरावट के साथ 36 पर रिकार्ड किया गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 29 डिग्री पर पहुंच गया। रात का पारा बढ़ने से उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। पिछले चौबीस घंटे में अटेर, मेहगांव, लहार, मिहोना, मौ और गोरमी में औसतन 2.8 मिमी बारिश हुई है। हालांकि भिण्ड, गोहद और रौन में बारिश नहीं हुई है। पिछले तीन दिन से हल्की बारिश होने के कारण उमस का कहर बढ़ गया है।
ये है नदियों का जलस्तर
नदी जलस्तर डेंजर प्वॉइंट
चंबल 113.65 119.80
सिंध 111.53 120.30
क्वारी 122.29 125.40
पिछले दिनों हुई बारिश के कारण नदियों में पानी बढ़ा है। अभी बाढ़ जैसा खतरा नहीं है। फिर भी नदी किनारे बसे ग्रामीण सतर्क रहें।
नरेश सिंह चौहान, ईई, सिंचाई विभाग भिंड।