Bhind में ब्राह्मण से संस्कार कराना पड़ा भारी, यादव समाज ने किया बहिष्कार
Bhind के बडैरा गांव में चार जुलाई से कथावाचिका राधा यादव की भागवत कथा प्रस्तावित थी, इस बीच गांव के कुछ लोगों ने ब्राह्मण कथावाचक से कथा कराने का निर्णय ले लिया। इसके विरोध में गांव के यादव समाज के कुछ सदस्यों ने अपने-अपने घरों में पूजा-पाठ बंद कर दिया।
Publish Date: Wed, 16 Jul 2025 10:21:07 PM (IST)
Updated Date: Wed, 16 Jul 2025 10:21:07 PM (IST)
Bhind में ब्राह्मण से संस्कार कराना पड़ा भारीनईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। मध्य प्रदेश के Bhind जिले में उत्तर प्रदेश के इटावा की तरह कथावाचक को लेकर जातीय विद्वेष का माहौल गरमाने का प्रयास किया गया। मौ तहसील के बडैरा गांव में चार जुलाई से कथावाचिका राधा यादव की भागवत कथा प्रस्तावित थी, इस बीच गांव के कुछ लोगों ने ब्राह्मण कथावाचक से कथा कराने का निर्णय ले लिया। इसके विरोध में गांव के यादव समाज के कुछ सदस्यों ने अपने-अपने घरों में पूजा-पाठ बंद कर दिया।
समारोह का कार्य ब्राह्मण समाज से न कराने का निर्णय
पंचायत कर कर्मकांड व शादी समारोह का कार्य ब्राह्मण समाज से न कराने का निर्णय लिया। इस बीच बुधवार को गांव के ही यादव समाज के एक घर में तेरहवीं थी। इसमें ब्राह्मण भोज दिए जाने पर उस परिवार का बहिष्कार कर दिया गया। बताया जाता है कि कमल सिंह यादव नs अपनी मां की तेरहवीं पर ब्राह्मण भोज कराया। इस पर मऊ के टेकरी मंदिर परिसर में यादव समाज की महापंचायत में कमल सिंह यादव के परिवार का यादव समाज से बहिष्कार का एलान किया गया।
बिना बुलाए ही बहिष्कार का निर्णय
कमल सिंह यादव के बेटे ब्रजमोहन सिंह यादव का कहना है कि महापंचायत में उन्हें या पिता को बिना बुलाए ही बहिष्कार का निर्णय ले लिया गया। ब्राह्मणों से हम संस्कार कराते आ रहे हैं, अचानक से कैसे निर्णय ले लें। इसलिए दादी की तेरहवीं में यादव समाज के साथ-साथ अन्य समाजों से भी करीब पांच हजार लोग शामिल हुए हैं।
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