भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित हुए एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआइयू) के दो दिवसीय स्टूडेंट रिसर्च कन्वेंशन 'अन्वेषण' में 44 विश्वविद्यालयों के 150 प्रतिभागियों ने शिरकत की। 'अन्वेषण' का ऑनलाइन उद्घाटन एआइसीटीई के चेयरमेन डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे द्वारा किया गया। इस मौके पर डॉ. पंकज मित्तल सेक्रेटरी जनरल एआइयूए, प्रो. सुनील कुमार कुलपति आरजीपीवी, डॉ. अमरेन्द्र पांणी जॉइंट डायरेक्टर एआइयूएनई विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। 'अन्वेषण' का समापन समारोह सत्र ऑनलाइन संपन्न हुआ। समापन सत्र के अवसर पर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन डॉ. डीपी सिंह, डॉ. पंकज मित्तल सेक्रेटरी जनरल एआइयूएनई, प्रो. सुनील कुमार कुलपति आरजीपीवी एवं विशिष्ट अतिथि डॉ अमरेन्द्र पांणी, जॉइंट डायरेक्टर एआइयूए नई दिल्ली थे।
आरजीपीवी जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शाशिरंजन अकेला ने बताया कि समापन सत्र में आरजीपीवी के कुलपति प्रो. गुप्ता एवं कुलसचिव प्रो. आरएस राजपूत द्वारा 'अन्वेषण' के सुवेनियर का विमोचन किया गया। सत्र में डॉ शिखा अग्रवाल द्वारा प्रतियोगिता के विजेताओं के नाम की घोषणा की गई।
ऑल इंडिया स्टूडेंट रिसर्च कन्वेंशन 'अन्वेषण' में कृषि, बुनियादी विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ विज्ञान, सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी जैसे पांच महत्वपूर्ण विषयों पर आयोजन में सहभागिता करने वाली टीमों द्वारा व्यक्तिगत एवं समूह स्तर पर प्रत्येक केटेगरी का ऑनलाइन पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन निर्णायकों के समक्ष किया गया। अखिल भारतीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट के रूप में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम को 75 हजार रुपए नगद एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। विषय आधारित पांच केटेगरी में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को पृथक-पृथक क्रमश: 75 हजार, 50 हजार और 25 हजार रुपये पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।