
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी में एक बड़ा ठगी कांड सामने आया है। मोहाली (पंजाब) की एक प्रिंटिंग कंपनी ने भोपाल समेत कई शहरों के 30 से अधिक लोगों से बुक प्रिंटिंग का ठेका देने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर ली। कंपनी के प्रतिनिधि लोगों को आकर्षक ऑफर और मोटा कमीशन देने का लालच देकर अपने जाल में फंसाते रहे। जैसे ही रकम जमा हुई, कंपनी के संचालक और एजेंट सभी संपर्क तोड़कर फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार, ठगी एक पब्लिकेशन प्राइवेट कंपनी द्वारा की गई, जिसका दफ्तर सी-21 माल में था और हेडक्वार्टर मोहाली में होना बताया गया था। कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से विज्ञापन जारी कर दावा किया कि वह देशभर में महंगी पुस्तकों की प्रिंटिंग का काम देती है। भोपाल के कई प्रिंटिंग व्यवसायी और फ्रीलांस एजेंट्स ने ठेका हासिल करने के लिए कंपनी में 2 लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक की रकम निवेश की।
शुरू में कंपनी ने कुछ लोगों को छोटे आर्डर देकर भरोसा जीत लिया, लेकिन जैसे ही बड़ी रकम जमा हुई, वेबसाइट, फोन नंबर और ईमेल सभी बंद हो गए। पीड़ितों में से एक व्यापारी ने बताया कि कंपनी के एजेंटों ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि सरकार के शैक्षणिक प्रोजेक्ट्स के लिए बुक्स की प्रिंटिंग का ठेका मिला है। दस्तावेज भी दिखाए गए, जो बाद में फर्जी निकले।
जब पैसे वापस मांगे गए तो टालमटोल शुरू हुई और आखिरकार संपर्क पूरी तरह टूट गया। भोपाल के मिसरोद थाना पुलिस ने दर्जनों पीड़ितों की शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। डीसीपी जोन-2 विवेक सिंह का कहना है कि प्रारंभिक जांच में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का अनुमान है। पुलिस साइबर सेल और बैंकिंग टीम की मदद से कंपनी के खातों की जानकारी जुटा रही है।