नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में पुलिस ने मानव तस्करी, देह व्यापार और दुष्कर्म मामले में आरोपितों का बचाव कर रहे अधिवक्ता को उसी पीड़िता से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। अशोका गार्डन पुलिस ने अधिवक्ता यावर खान को शनिवार रात बैरसिया से गिरफ्तार किया। रविवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
वर्ष 2023 में अशोका गार्डन थाना क्षेत्र की 13 वर्षीय किशोरी प्रभात चौराहा के पास से लापता हो गई थी। गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस तलाश में जुट गई। दो साल बाद किशोरी मिल गई। बरामदगी के बाद सामने आया कि पीड़िता के माता-पिता की मौत काफी पहले हो चुकी है। 13 वर्ष की उम्र तक वह अपने मामा के साथ रही। मामा उससे दुष्कर्म करता था, जिससे दुखी होकर जनवरी 2023 में घर से भाग गई।
उसी रात उसे प्रभात पेट्रोल पंप पर एक ऑटो ड्राइवर मिला। वह बहला-फुसलाकर उसे होटल ले गया और दुष्कर्म किया। बाद में उसने शाहपुरा के आशुतोष वाजपेयी और महक यादव नाम की दंपती को बेच दिया। दंपती ने नाबालिग को देह व्यापार में धकेल दिया। बाद में दंपती ने पीड़िता को अशोकनगर के एक जैन परिवार को बेच दिया। इसके लिए मानव तस्करों ने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उसकी उम्र 25 साल लिखवा दी थी।
नवंबर 2024 में नाबालिग के रिश्ते के भाई को इंस्टाग्राम पर पीड़िता का एक मैसेज मिला था। उसी के आधार पर पुलिस की टीम अशोकनगर पहुंची और उसे बरामद किया। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने मामले से जुड़े 18 आरोपितों को गिरफ्तार किया। उन पर दुष्कर्म, देह व्यापार में धकेलने और मानव तस्करी का आपराधिक नेटवर्क चलाने जैसे गंभीर मामलों में मुकदमा शुरू हुआ।
भोपाल के पाक्सो मामलों के विशेष न्यायालय में गवाही के लिए आई पीड़िता ने 24 अगस्त को पहली बार अधिवक्ता यावर खान का नाम आरोपित के तौर पर लिया। पीड़िता ने बताया कि यावर खान ने अपने आफिस और बिट्टन मार्केट वाले मकान में उससे गलत काम किया था। न्यायालय ने पीड़िता का यह बयान दर्ज किया। उसके बाद 11 सितंबर को न्यायालय ने अशोका गार्डन पुलिस को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया था।
यावर की वजह से कई पुलिसवालों को सजा
बताया जा रहा है कि अधिवक्ता यावर खान ने हिरासत में हुई मौतों के कई मामलों में पैरवी की है। वर्ष 2015 में विचाराधीन बंदी मोहसिन खान की मौत हो गई थी। इस मामले में तत्कालीन जेलर, टीआई, डॉक्टर और क्राइम ब्रांच के पांच आरक्षकों पर न्यायालय ने एफआईआर का आदेश दिया था। इस मामले में अधिवक्ता यावर खान ने ही पैरवी की थी। दुष्कर्म और नशे की तस्करी से जुड़े कई कुख्यात मामलों में आरोपितों की पैरवी से भी यावर खान का नाम जुड़ा है।
गिरफ्तारी के विरोध में अधिवक्ता
भोपाल जिला न्यायालय के अधिवक्ता इस गिरफ्तारी के विरोध में लामबंद होने लगे हैं। इस मामले पर आज बार एसोसिएशन की बैठक भी हो सकती है। भोपाल जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक खरे ने कहा कि अधिवक्ता यावर खान की गिरफ्तारी आश्चर्यचकित करने वाली है। एक युवती कोर्ट में आती है और अचानक यावर खान पर दुष्कर्म का आरोप लगाती है कि पूर्व में उसने दुष्कर्म किया था।
आरोपी की गिरफ्तारी की गई
दुष्कर्म, देह व्यापार और मानव तस्करी के मामले में चल रही सुनवाई के दौरान पीड़िता ने न्यायालय में ही अधिवक्ता पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। उसके बाद न्यायालय ने हमें कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उसी आधार पर गिरफ्तारी की गई है। - अनुराग लाल, थाना प्रभारी, अशोका गार्डन