
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: बागसेवनिया थाना पुलिस ने एम्स के इमरजेंसी गेट के बाहर शराब पीकर हंगामा करने वाले चार डॉक्टरों में से दो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा और गाली-गलौच की धाराओं में FIR की है। आरोपित डॉक्टरों की पहचान डॉ. प्रकल्प गुप्ता और डॉ. साहिल चौहान के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि दोनों डॉक्टरों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी, जबकि बाकी दो आरोपितों की पहचान की जा रही है।
घटना मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात करीब दो बजे की है। बागसेवनिया थाने की चार्ली टीम में तैनात आरक्षक अनिल मेवाड़ा और धर्मेंद्र नियमित गश्त पर थे। जब वे एम्स के इमरजेंसी गेट के पास पहुंचे तो एक कार संदिग्ध हालत में खड़ी मिली। कार में शराब की बोतलें रखी थीं और दो युवक खुलेआम शराब पी रहे थे।
जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो दोनों ने खुद को एम्स का डॉक्टर बताते हुए अभद्रता शुरू कर दी। मामला बढ़ता देख आरक्षकों ने डायल-112 को सूचना दी। कांस्टेबल अजय गुर्जर मौके पर पहुंचे तो उनमें से एक डॉक्टर नशे की हालत में पुलिस से उलझ गया। वायरल वीडियो में वह यह कहते नजर आ रहा है—
“मैं 2016 से यहां हूं, 10 थानों के अफसरों को जानता हूं, तुम्हारी वर्दी एक मिनट में उतरवा दूंगा।”
स्थिति बिगड़ने पर गश्त प्रभारी एसआई हेमराज कुमरे मौके पर पहुंचे और एम्स प्रशासन को जानकारी दी। पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट दी, जिसके बाद सलाह लेकर आरोपितों पर एफआईआर दर्ज की गई।
इधर, एम्स प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए दोनों डॉक्टरों पर कठोर कार्रवाई की है। डॉक्टर साहिल चौहान को एम्स संस्थान से बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि डॉ. प्रकल्प गुप्ता को चार सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि निलंबन अवधि में उनका परीक्षा सत्र निर्धारित था, जिससे अब उनकी पढ़ाई लगभग छह माह तक प्रभावित होगी।
यह भी पढ़ें- शराब के नशे में AIIMS के डॉक्टरों का हंगामा, रोका तो पुलिसकर्मियों से बदसलूकी, वर्दी उतरवाने की धमकी दी
एम्स प्रशासन ने कहा कि संस्थान की गरिमा के विपरीत किसी भी अनुशासनहीन व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि परिसर के बाहर भी डॉक्टरों को मर्यादित आचरण बनाए रखना आवश्यक है। ऐसे मामलों में आगे भी त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई जारी रहेगी।
TI बागसेवनिया ने कहा कि वीडियो साक्ष्य के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है और शेष आरोपितों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारियां की जाएंगी।