नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस मनाया गया। इस दिवस का उद्देश्य क्षुद्रग्रहों के कारण पृथ्वी पर संभावित खतरों के बारे में जागरूकता फैलाना और उनसे निपटने के लिए वैश्विक रणनीति के निर्माण की आवश्यकता को रेखांकित करना है। इस अवसर पर केंद्र के क्यूरेटर ई एवं परियोजना समन्वयक साकेत सिंह कौरव ने एस्टेरायड एपोफिस : एक ब्रह्मांडीय मेहमान या हमारी नीली धरती के लिए एक खतरा विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया।
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केंद्र के क्यूरेटर ई एवं परियोजना समन्वयक साकेत सिंह कौरव ने बताया कि 13 अप्रैल 2029 को क्षुद्रग्रह अपोफिस (Asteroid Apophis) पृथ्वी के बहुत निकट से गुजरेगा। उन्होंने इस क्षुद्रग्रह से उत्पन्न संभावित खतरे तथा वैज्ञानिकों द्वारा इस आपदा से निपटने के लिए बनाई जा रही रणनीतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में करीब 300 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें छात्र, शिक्षक और आम नागरिक शामिल थे। विविध गतिविधियों से भरपूर इस आयोजन में विज्ञान फिल्म शो प्लेनेटरी डिफेंडर्स, हमारा क्षुद्रग्रह बेल्ट पर कार्यशाला और कैसे एक एस्टेरायड डायनासोर के विलुप्त होने का कारण बना विषय पर रोचक स्टोरी टेलिंग सत्र आयोजित किया गया। इस अवसर पर पहली बार क्षुद्रग्रह अपोफिस के छोटे आकार के मॉडल का प्रदर्शन भी किया गया, जो दर्शकों के लिए आकर्षण का विशेष केंद्र रहा।