नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। करीब ढाई दशक से भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक को भोपाल के बुधवारा क्षेत्र से पुलिस ने पकड़ा है। अब्दुल कलाम 17 वर्ष की उम्र में करीब 2000 के आसपास भारत आया था और तब से अब तक किन्नर नेहा की पहचान के साथ रह रहा था। उसने फर्जी तरीके से आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज भी तैयार करवा लिए थे। लगभग 42 साल का हो चुका अब्दुल कलाम उर्फ नेहा किन्नर पहले महाराष्ट्र में रहा, बाद में भोपाल आकर मंगलवारा क्षेत्र में रहने लगा।
इंटेलीजेंस इनपुट से उसके अवैध रूप से रहने की सूचना मिली तो तलैया थाना पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। वह एक सप्ताह से पुलिस हिरासत में है। अब केंद्रीय एजेंसी भी जांच में जुट गई है। करीब 30 दिन की हिरासत के बाद उस पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने केंद्रीय जांच एजेंसी के पास मामला जाने के बहाने अपना पल्ला झाड़ लिया है। अब फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करवाने वालों और उसे आश्रय देने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, किन्नर नेहा के रूप में अब्दुल कलाम भोपाल के मंगलवारा क्षेत्र में रह रहा था। करीब पांच साल पहले उसका किन्नर काजल मुंबईया से झगड़ा हुआ था। इसको लेकर एमपी नगर थाने में एक केस भी दर्ज किया गया था। पिछले दिनों ही उस मामले में तेजी दिखाते हुए कोर्ट में दो पेशी हुई हैं। वहीं 21 जुलाई को अगली पेशी बताई जा रही है। केस पूरा होने तक नेहा किन्नर को वापस डिपोर्ट नहीं किया जाएगा। वहीं यदि जल्द ही इस पर सुनवाई पूरी हो जाती है तो उसे अगले महीने डिपोर्ट किया जा सकता है। फिलहाल नेहा किन्नर कब और क्यों भारत आई थी।
'आरोपित को एक सप्ताह पहले हिरासत में लिया था। वह फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करवाकर कई सालों से भारत में रह रहा था। भोपाल से पहले वह महाराष्ट्र में रहता है। अब केंद्रीय जांच एजेसियां भी मामले की जांच में जुट गई हैं। हिरासत के 30 दिन के बाद केंद्रीय एजेंसियों द्वारा ही कार्रवाई की जाएगी।'
- रियाज इकबाल, डीसीपी जोन-3
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