नवदुनिया न्यूज, सारंगपुर। स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के दावे भले ही लाख किए जाते हैं और शहर को इस बार अच्छी रैंकिंग लगाने के सपने सजाए जाते हैं लेकिन वास्तविक रूप में शहर स्वच्छता के मामले में अभी भी स्थिति बदहाल है। शहर में कहीं भी नजर डालो तो सड़क किनारे गंदगी और कचरा मिल जाता है, जबकि नगर पालिका का दावा है कि शहर में रोजाना 120 सफाई कर्मी सफाई कर रहे हैं। 12 कचरा वाहन हैं लेकिन उनमें से 4 वाहन खराब हैं। 8 वाहन दो से तीन फेरे लगाकर घरों से दुकानों से रोजाना कचरा उठा रहे हैं।
सर्वेक्षण के दो महीने बाद ही शहर की स्थिति स्वच्छता के मामले में गंभीर होती जा रही है। शहर में अधिकांश सड़कों के किनारे कचरा पड़ा रहता है। सफाई कर्मचारी सड़कों पर तो झाड़ू लगा देते हैं, लेकिन कचरे को उठाने के बजाय सड़क किनारे ही ढेरी लगाकर छोड़ देते हैं, जिसके कारण कुछ देर बाद फिर से कचरा सड़कों पर बिखर जाता है और गंदगी बढ़ जाती है। वहीं मुख्य सड़कों के अलावा अन्य सड़कों पर झाड़ू भी गंभीरता से नहीं लगाई जा रही है, इसके कारण यहां पर कचरे की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है। शहर में गंदगी और सड़क किनारे पड़े कचरे को लेकर हमारी टीम ने पड़ताल की तो बेहद बदतर स्थिति सामने आई।
पुराने एबी रोड पर तहसील कार्यालय के सामने सड़क किनारे खाली जगह पर कचरा और जमा पानी परेशानी का सबब बन गया है। यहां पर लोग कचरा फेंक रहे हैं, जबकि नपा के कर्मचारी उस कचरे को उठा ही नहीं रहे, जिसके कारण यहां पर कचरे की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है। यहां पर पानी भी भरा रहता है। इस कचरे व गंदगी से डेंगू, मलेरिया के मच्छर और इंफेक्शन फैलाने वाले जीवाणु पनप रहे हैं।
सारंगपुर के नए बस स्टैंड के पीछे स्थिति खराब है। यह बस स्टैंड के पीछे गंदगी का ढेर लगा हुआ है और ग्राउंड की स्थिति भी खराब हो चुकी है। बड़ी मात्रा में कचरा पड़ा रहता है। यहां पर कभी साफ-सफाई नहीं होती है, जिसके कारण कचरे की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है। लोगों ने मौखिक रूप से नगर पालिका प्रशासन से इसकी शिकायत भी की है, लेकिन सफाई नहीं होती है। धीरे-धीरे यहां पर इतना कचरा एकत्रित होता जा रहा है कि यात्रियों को परेशानी होने लगती है।
शहर में रोजाना कई टन कचरा निकल रहा है। वाहनों से एकत्रित कचरे को ट्रेचिंग ग्राउंड में फेंका जा रहा है। वहीं सड़कों के किनारे हर दिन कचरा पड़ा रहता है। अगर हम वार्ड नंबर 16 सुदर्शन नगर सारंगपुर की बात करें तो यह नगरपालिका अमला अभी तक नहीं पहुंचा है सफाई एवं नालियों के गंदे पानी की निकासी नहीं होती है। नगरपालिका सारंगपुर के अधिकारी कर्मचारी कितने जिम्मेदारी से कर्तव्य पालन कर रहे हैं इसका आंकलन यह पड़ी गंदगी को देखकर लगाया जा सकता है।
गंदगी को दूर न करके जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। शहर में सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग नहीं होने से व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। जानकारी को लेकर सीएमओ ज्योति सुनहरे से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।