
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। भोपाल गैस त्रासदी की 41वीं बरसी से पहले गैस पीड़ित संगठनों ने राजनीतिक दलों, विशेषकर भाजपा, पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संगठनों का कहना है कि गैस पीड़ितों की बदहाली, अन्याय और पुनर्वास में देरी के लिए राजनीतिक पार्टियां जिम्मेदार हैं। इसी क्रम में उन्होंने भाजपा के खिलाफ आरोप पत्र सार्वजनिक किया।
भोपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ की अध्यक्ष और गैस जनित बीमारियों से जूझ रहीं रशीदा बी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारों ने गैस पीड़ितों से वादाखिलाफी की है। उन्होंने कहा कि पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य पर यूनियन कार्बाइड के स्थानीय प्रबंधन को जहरीला पानी छोड़ने के आरोप से बचाने का आरोप भी लगा था। वहीं, एक अन्य बड़े नेता ने डाव केमिकल को भोपाल में पर्यावरणीय जिम्मेदारियों से मुक्त करने के पक्ष में राय दी थी।
भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना डोंगरा ने कहा कि भाजपा शासन के दौरान गैस पीड़ितों का इलाज और आर्थिक पुनर्वास बेहद कमजोर रहा। उन्होंने बताया कि 2008 में केंद्र की कांग्रेस सरकार ने गैस पीड़ितों के लिए एक अधिकृत पुनर्वास आयोग बनाने की मंजूरी दी थी, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे आगे नहीं बढ़ने दिया। जिसका परिणाम है कि आज भी बड़ी संख्या में पीड़ित और उनकी अगली पीढ़ी समस्याओं से जूझ रही है।
भोपाल गैस पीड़ित महिला पुरुष संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष नवाब खान ने आरोप लगाया कि यूनियन कार्बाइड को पनाह देने वाली अमेरिकी कंपनी डाव केमिकल भाजपा शासन में फल-फूल रही है। उन्होंने कहा कि कानूनी मनाही के बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां डाव केमिकल से यूनियन कार्बाइड के उत्पाद खरीद रही हैं, जिससे कंपनी का व्यापार बढ़ा है।
भोपाल गैस पीड़ित निराश्रित पेंशनभोगी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बालकृष्ण नामदेव ने आरोप लगाया कि
2002 में केंद्रीय गृहमंत्री रहते हुए लालकृष्ण आडवाणी ने अभियोजन को वॉरेन एंडरसन और यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन के खिलाफ आपराधिक धाराएं हल्की करने के निर्देश दिए थे।
गैस त्रासदी की 41वीं बरसी पर संभावना ट्रस्ट ने बोट क्लब पर पोस्टर प्रदर्शनी लगाई, जिसमें पिछले 29 वर्षों से गैस पीड़ितों को दी जा रही उपचार पद्धतियों की जानकारी दी गई। डॉ. ऊषा आर्य ने बताया कि गैस पीड़ितों में थायराइड, मोटापा, डायबिटीज और हाइपरटेंशन की दर आम लोगों की तुलना में कई गुना अधिक है।
क्लिनिक में आधुनिक चिकित्सा, आयुर्वेद, पंचकर्म और योग के संयुक्त आधार पर उपचार किया जाता है। ट्रस्ट को अब तक तीन अंतरराष्ट्रीय और एक क्षेत्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। प्रदर्शनी में आए लोगों ने गैस त्रासदी की भयावहता के बारे में जाना।
त्रासदी में मारे गए लोगों की याद में आज मोमबत्ती रैली निकाली जाएगी। शाम 5 से 7 बजे तक गैस माता मंदिर के पास पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।