भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। काटजू अस्पताल में सितंबर से मरीजों को इलाज मिलना शुरू हो जाएगा। यहां ओपीडी, भर्ती व जांच की सुविधाएं होंगी। अस्पताल का निर्माण कार्य 80 फीसद पूरा हो गया है। काम दिसंबर 2020 में पूरा करने की समय सीमा था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते काम प्रभावित होने की वजह से अब सितंबर तक पूरा हो पाएगा। इस अस्पताल में मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर कई सुविधाएं रहेंगी। पहले यह अस्पताल सिर्फ 30 बिस्तर का था। दो साल पहले इसे तोड़कर इसी जगह पर 100 बिस्तर का मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल बनाया जा रहा है। इस अस्पताल में बेसमेंट, भूतल के अलावा पांच मंजिल हैं। 20 करोड़ रुपये की लागत से यह भवन तैयार किया जा रहा है। 4 करोड़ 64 लाख रुपये की लागत से माड्युलर ओटी बनाया जा रहा है। इसके लिए अलग से राशि स्वीकृत की गई है। इस अस्पताल के पूरी तरह तैयार होने से न्यू मार्केट व आस पास के क्षेत्र वासियों को बहुत लाभ मिल जाएगा
किस फ्लोर में क्या
बेसमेंट-पॉर्किंग और लॉड्री
भूतत- छह ओपीडी और इमरजेंसी
पहली मंजिल- ओपीडी व वार्ड
दूसरी मंजिल-नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई
तीसरी मंजिल- मदर वार्ड व हाई डिपेंडेंसी यूनिट
चौथी मंजिल- अन्य विशेज्ञता के वार्ड
पांचवी मंजिल- प्राइवेट वार्ड
140 बिस्तर तक लगाए जा सकेंगे
लोक निर्माण विभाग के अफसरों ने बताया कि यह अस्पताल भले ही 100 बिस्तर का मंजूर हुआ है, लेकिन यहां पर आसानी से 140 बिस्तर लगाए जा सकेंगे। यह अलग बात है कि अमला 100 बिस्तर के अस्पताल के लिहाज से ही स्वीकृत किया जाएगा।
यह होगा फायदा
- जेपी अस्पताल में मरीजों का दबाव कम होगा।
- गंभीर मरीजों को यहां से हमीदिया रेफर करने पर कम वक्त लगेगा।
- मैकेनाइज्ड लॉड्री लगाई जाएगी, जिससे अस्पताल के कपड़े अच्छी क्वालिटी के साथ धुल सकें।
- प्रसूताओं और नवजात बच्चों के इलाज के की सुविधाएं बढ़ जाएंगी।