Bhopal Health News: हमीदिया अस्पताल में 490 स्टॉफ नर्सों की होगी भर्ती, सहायक अधीक्षक और मेट्रन के पद भी भरे जाएंगे
Bhopal Health News: अभी लगभग आधे पद हैं खाली, मरीजों को हो रही परेशानी
By Lalit Katariya
Edited By: Lalit Katariya
Publish Date: Sat, 26 Dec 2020 07:58:31 AM (IST)
Updated Date: Sat, 26 Dec 2020 07:58:31 AM (IST)

भोपाल ( नवदुनिया प्रतिनिधि)। हमीदिया अस्पताल में सालों से खाली पड़े नर्सों के पद 3 महीने के भीतर भरने की तैयारी है। इनमें 490 पद स्टाफ नर्स, तीन नर्सिंग अधीक्षक, 19 सहायक नर्सिंग अधीक्षक, दो मेट्रन और 50 सिस्टर इंचार्ज के
हैं। इन पदों के भरे जाने से मरीजों को काफी सुविधा हो जाएगी। 1 वार्ड में एक या दो स्टाफ नर्स ही मौजूद रहती हैं। नई नियुक्तियां होने के बाद वार्ड में तीन से चार नर्सों को पदस्थ किया जा सकेगा। इससे मरीजों को समय पर इलाज मिल सकेगा।
हमीदिया का 885 बिस्तर का अस्पताल है, लेकिन यहां पर अभी सिर्फ 515 स्टाफ नर्स ही कार्यरत हैं। इनमें 10 फीसद लगभग छुट्टी में रहती हैं। बची नर्सों से तीन शिफ्ट में ड्यूटी कराई जाती है। इस तरह हर शिफ्ट में करीब 150 नर्स ही ड्यूटी पर रहती हैं। इन्हें वार्ड के अलावा आकस्मिक चिकित्सा विभाग, ऑपरेशन थिएटर, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भी पदस्थ किया जाता है। वार्ड में स्टाफ नर्स कम होने से कई बार मरीजों की ड्रिप खत्म हो जाती है, लेकिन बंद करने के लिए स्टाफ नर्स नहीं पहुंच पाती। गौरतलब है कि नेशनल मेडिकल कमीशन बनने के पहले मेडिकल कॉलेजों के नियामक के तौर पर काम कर रहे मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में हर 6 बेड पर एक नर्स रखने की व्यवस्था दी थी। हमीदिया के ज्यादातर वार्ड 30 बिस्तर के हैं। ऐसे में हर वार्ड में हर समय कम से कम 5 नर्स तैनात होनी चाहिए। नर्सेस एसोसिएशन के संभागीय अध्यक्ष धनराज नागर ने कहा कि नर्सों की नियुक्ति से मरीजों का इलाज और बेहतर तरीके से हो सकेगा।
तीन महीने के भीतर
मेडिकल कॉलेजों में नर्सों के खाली पद भरे जाएंगे। इसी महीने सभी मेडिकल कॉलेजों का दौरा कर जो भी कमियां होगी उन्हें पूरा किया जाएगा।
विश्वास सारंग, मंत्री चिकित्सा शिक्षा