
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने मध्य रेलवे को समग्र दक्षता शील्ड पंडित गोविंद वल्लभ पंत प्रदान कर सम्मानित किया है। यह शील्ड प्रत्येक क्षेत्रों में अच्छा काम करने पर दी जाती है, जो कि भोपाल, जबलपुर व कोटा मंडल ने कर दिखाया है। इनमें रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण, विद्युतीकरण, तीसरी व नई रेल लाइन बिछाने समेत रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधा बढ़ाने के काम प्रमुख है। ये सभी काम पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम सुधीर कुमार गुप्ता व एजीएम शोभन चौधुरी के नेतृत्व में हुए हैं। रेलमंत्री ने यह शील्ड 28 मई को भुवनेश्वर में आयोजित एक कार्यक्रम में दी है। अन्य रेलवे को भी अलग—अलग शील्ड प्रदान कर उत्साह बढ़ाया है। रेल मंत्री ने यह भी कहा है कि शील्ड दिलाने वालों में मैदानी रेलकर्मियों की मेहनत भी है, क्योंकि रेलवे का पहिया किसी एक की मेहनत या प्रयासों पर नहीं चलता, बल्कि उपर से नीचे तक और नीचे से उतर तक एक सामान और अच्छा काम ईमानदारी के साथ होता है, तभी ट्रेनें दौड़ती हैं और दौड़ रही हैं। आने वाले वर्षों में रेलवे भोपाल, जबलपुर व कोटा समेत सभी मंडलों में नए—नए आयाम स्थापित करेगा। इस समारोह में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीईओ वीके त्रिपाठी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
बता दें कि रेलमंत्री पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल, जबलपुर व कोटा रेल मंडल के कामों से पहले ही नजदीक से परिचित हैं। इसकी वजह यह है कि इस जोन में देश का पहला निजी भागीदारी से विकसित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन हैं। जिनका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2021 को किया था। इस लोकार्पण के पूर्व कई दौर की समीक्षा की हुई थी। रेलमंत्री खुद लोकार्पण से पूर्व भोपाल पहुंचे थे। हाल ही में उन्होंने खजुराहो में भी विकास कार्यों की सौगात दी है। इसके अलावा भोपाल रेल मंडल समेत पूरे जोन ने ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में अच्छा काम किया है। मंडल के बीना में सौर उर्जा संयंत्र काम करने लगा है। बताते हैं कि इस तरह के नए—नए कामों में रेलमंत्री की खास रूचि रही है।
जीएम व एजीएम की जोन से विशेष रूचि
रेलवे के जीएम सुधीर कुमार गुप्ता भोपाल के मैनिट से पासआउट है तो एजीएम शोभन चौधुरी का भी मप्र से खास लगाव रहा है। वह पूर्व में भोपाल रेल मंडल में एक सफल डीआरएम रह चुके हैं। दोनों ही भोपाल समेत तीनों रेल मंडल में यात्रियों की जरुरतों को ठीक से समझते हैं और उस अनुरूप योजनाओं पर तेजी से काम करवा रहे हैं। यात्रियों को सुविधा देने में भी कई मापदंडों पर जोन अव्वल रहा है। बीते वर्षों में रेलवे ने कई पुरस्कार जीते हैं। चाहे मालगाड़ी ट्रेनों को अधिक से अधिक चलाना, उनकी गति अच्छी करना, व्यापारियों को प्रोत्साहन देना, जोन में राजस्व बढ़ाना, छोटे से छोटे स्टेशनों पर यात्रियों की जरुरतों को समझना और काम करना, ये सभी काम जीएम व एजीएम के नेतृत्व में कराए जा रहे हैं।
डब्ल्यूसीआर को यह भी मिला
एक अधिकारी व पांच रेलकर्मियों को व्यक्तिगत पुरस्कार व प्रमाण पत्र मिले हैं। मैकेनिकल इंजीनियर, रोलिंग स्टाक, व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन, कार्मिक प्रबंधन, बिक्री प्रबंधन क्षेत्रों में भी डब्ल्यूसीआर को शील्ड मिली है। इसके अलावा इस कार्यक्रम में देशभर के 156 रेल अधिकारी व कर्मचारियों को उत्कष्टता प्रमाण पत्र, रेलवे जोनों, उत्पादन इकाईयों को 21 दक्षता शील्ड मिली हैं।