
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। जय प्रकाश (जेपी) अस्पताल में इन दिनों स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। पिछले एक सप्ताह से अस्पताल के दवा स्टॉक में जरूरी दवाओं और मेडिकल सामान की भारी किल्लत चल रही है, जिसके चलते मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अपनी लगभग आधी दवाएं और जरूरी मेडिकल सामान बाहर के महंगे मेडिकल स्टोरों से खरीदना पड़ रहा है, जिससे उन पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, स्टाक में एनेस्थीसिया (बेहोशी या सुन्न करने वाले) के इंजेक्शन खास तौर पर कम डोज वाले इंजेक्शन खत्म हो चुके हैं, जिससे छोटे ऑपरेशन और प्रक्रियाओं में दिक्कत आ रही है। बीपी को नियंत्रित करने वाली कुछ महत्वपूर्ण दवाइयों की भी किल्लत है। साधारण मेडिकल उपयोग के ग्लव्स और अन्य जरूरी सर्जिकल सामान भी स्टाक से बाहर हो गए हैं। साथ ही प्लास्टर ऑफ पेरिस की कमी है।
कमला बाई, मरीज की परिजन (शाहपुरा निवासी) ने बताया कि हम सरकारी अस्पताल में इसीलिए आते हैं कि इलाज सस्ता हो जाएगा। लेकिन यहां डॉक्टर पर्ची पर इंजेक्शन और बीपी की दवाएं लिख रहे हैं। एक हफ्ते से यही हाल है। ओपीडी में आए मरीज रमेश मीणा ने बताया कि मुझे दांत निकलवाना था, लेकिन डाक्टर ने बोला कि बेहोशी (एनेस्थीसिया) के कम डोज वाले इंजेक्शन नहीं हैं। मुझे बाहर की दुकान से इंजेक्शन लाना पड़ा।
सविता अहिरवार (कोलार) ने बताया कि सर्जरी के बाद पट्टी और ग्लव्स बाहर से लाने पड़े। नर्सों ने कहा कि स्टॉक खत्म है। दवाएं भी आधी से ज्यादा बाहर से खरीदनी पड़ी। इनका कहना है जेपी अस्पताल में जरूरी दवाओं और मेडिकल सामान की कमी की जानकारी हमें मिली है। तुरंत स्टाक की जांच करने और खरीदी प्रक्रिया तेज करने के निर्देश जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मरीजों को किसी भी हाल में बाहर से दवा न खरीदनी पड़े। - डा. मनीष शर्मा, सीएमएचओ, भोपाल।