नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल/विदिशा। विदिशा मेडिकल कॉलेज के स्थापना शाखा के क्लर्क भोपाल शाहजहांनाबाद के संजय नगर निवासी दीपक ठकोरिया (36) ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। दीपक ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी प्रेमिका पर धोखा देने का आरोप लगाया है और उसे अपनी जान देने का कारण स्पष्ट किया है।
पुलिस के मुताबिक दीपक ठकोरिया को पिता नंदराम की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। वह पिछले करीब सात वर्षों से विदिशा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत था और कॉलेज परिसर में सरकारी आवास में रहता था। गुरुवार सुबह उसका शव पंखे से लटका मिला।
सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस और सीएसएपी अतुल सिंह मौके पर पहुंचे और सुसाइड नोट सहित करीब 40 पेज के दस्तावेज बरामद किए। पुलिस ने कहा कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दीपक ने सुसाइड नोट में अपनी प्रेमिका और उसके परिवार पर आर्थिक और मानसिक शोषण का आरोप लगाया है। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि रायसेन की रहने वाली युवती ने उसे प्यार में धोखा दिया, भोपाल में शापिंग की और अपने माता-पिता को भी मेरे रुपयों से शॉपिंग कराई। आगे लिखा है सोनाली के पिता व छोटे भाई ने भी रुपये लिए थे।
सोनाली ने भी गोल्ड खरीदा, ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर कराए। इतना ही नहीं राशन का सामान और फ्रिज तक फाइनेंस कराकर मैंने दिलाया था। दीपक द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में युवती पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उस पर कार्रवाई की मांग की है। दीपक ने ट्रांजेक्शन के, चैटिंग के प्रिंट तक निकालकर रखे जिन्हें पुलिस ने जब्त किया है। युवती को दीपक ने बहनों से भी मिलाया था।
दीपक के ममेरे भाई राजेंद्र वर्मा ने बताया कि लड़की शादी करने से मना कर दिया, जिससे वह परेशान रहने लगा था। दीपक के माता-पिता की मौत के बाद उसके एक छोटे भा ईकी भी हादसे में मौत हो चुकी है। उसकी तीन बहनें हैं। करीब दो माह पहले सोनाली को दीपक ने अपनी बहनों से भी मिलवाया था। दीपक की मौत की खबर सुनकर उसकी तीन बहनों में से दो बहनें सीमा और रजनी विदिशा पहुंची। दोनों का रो-रोकर बुरा हाल था। तीनों बहनों की शादी हो चुकी है।