नवदुनिया प्रतिनिधि, इटारसी/भोपाल। नए साल का जश्न मनाने दोस्तों के साथ भोपाल से पचमढ़ी गई MBBS छात्रा की होटल में तबियत बिगड़ने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह अचानक छात्रा की हालत बिगड़ गई, लगातार उल्टियां होने पर उसके साथी उसे अस्पताल लेकर आए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार सोमवार छात्रा अपने दोस्तों के साथ पचमढ़ी आई थी। सोमवार सुबह अचानक छात्रा की हालत बिगड़ गई, लगातार उल्टियां होने पर उसके साथी उसे अस्पताल लेकर आए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पचमढ़ी थाना पुलिस ने पिपरिया अस्पताल में छात्रा का पोस्टमार्टम कराया है।
पुलिस के मुताबिक छात्रा 21 वर्षीय नित्या साहू भोपाल के अवधपुरी गैलेक्सी सिटी में रहती थी। नित्या भोपाल के कोलार में एक मेडीकल कॉलेज से एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। नित्या के साथ उसके दोस्त मुस्कान रंधावा, तनिष्क सक्सेना और पुष्पक गंधारे भी 29 दिसम्बर को घूमने के लिए आए थे।
पचमढ़ी के गिरिराज होटल में दो रूम लिए गए थे। सोमवार को उनकी वंदे भारत ट्रेन से भोपाल वापसी की योजना थी। सुबह करीब 7:45 बजे से 8:15 बजे के बीच छात्रा की मौत हो गई।
छात्रा के स्वजनों ने बताया कि नित्या के पिता मदनलाल साहू भोपाल रेलवे मंडल में चीफ टीएनसी के पद पर कार्यरत हैं। बेटी के निधन की खबर मिलने पर परिवार दोपहर में पचमढ़ी पहुंच गया। प्राथमिक जांच के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा।
भोपाल रेलवे स्टेशन पर सोमवार को ऐसी घटना घटी जिसने मानवीयता और बहादुरी की मिसाल पेश की। दोपहर 2:40 बजे जब शताब्दी एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंच रही थी, तब एक महिला ने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन रेलवे के दो कर्मचारियों, कैटरिंग इंस्पेक्टर मेघा नागदेवे और रेलवे वेंडर ज्ञान सिंह की सतर्कता और तत्परता से महिला की जान बच गई।
महिला के आत्महत्या करने का प्रयास देखकर दोनों कर्मचारी तुरंत हरकत में आए और महिला को पटरी से खींचकर सुरक्षित स्थान पर ले गए। इसके बाद महिला को ड्यूटी रूम में ले जाकर उसे शांत किया गया और उसे आवश्यक मदद दी गई। रेलवे सुरक्षा बल (जीआरपी) को भी इस घटना की सूचना दी गई और महिला को आगे की कार्रवाई के लिए उनके हवाले कर दिया गया।