
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी में मेट्रो के प्रति लोगों का उत्साह देखते हुए मेट्रो प्रबंधन अब दूसरे ट्रैक पर भी ट्रेन संचालन की संभावनाएं तलाश रहा है। वर्तमान में सुभाष नगर से एम्स के बीच केवल एक ट्रेन चलने से यात्रियों को 75 मिनट का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। लिहाजा नए साल में भीड़ के समय अतिरिक्त ट्रेनें पटरी पर उतारी जा सकती हैं।
रविवार और विशेष अवसरों पर यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक रहती है। ऐसे में दूसरे ट्रैक पर मेट्रो संचालन शुरू किया जा सकता है। वर्तमान में एक मेट्रो दिनभर में 17 फेरे लगा रही है। छुट्टी के दिनों में लोगों की उत्सुकता और भीड़ को देखते हुए दूसरे ट्रैक पर भी ट्रेन चलाने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए तकनीकी और संचालन स्तर पर मेट्रो प्रबंधन पूरी तरह से तैयार है।
वर्तमान में सुभाष नगर से एम्स के बीच केवल एक ही ट्रेन अप-डाउन कर रही है। इस कारण यात्रियों को अगली मेट्रो के लिए सवा घंटे (75 मिनट) तक इंतजार करना पड़ता है। मेट्रो प्रबंधन अब भीड़ वाले समय और छुट्टियों में अतिरिक्त ट्रेन चलाने पर विचार कर रहा है।
मेट्रो के शुरुआती 8 दिनों के आंकड़ों ने चौंकाने वाले तथ्य पेश किए हैं। प्रबंधन के अनुसार, वर्तमान में सफर करने वाले 90 प्रतिशत यात्री केवल मनोरंजन या मेट्रो का अनुभव लेने के लिए यात्रा कर रहे हैं। नियमित काम या समय बचाने के उद्देश्य से चलने वाले यात्रियों की संख्या अभी मात्र 10 प्रतिशत है।
21 दिसंबर को उद्घाटन के पहले दिन रिकार्ड 6,668 यात्रियों ने सफर किया। हालांकि, बाद के दिनों में यह संख्या 1500 से 2300 के बीच बनी हुई है। बीते आठ दिनों में कुल 23,437 लोगों ने मेट्रो की सवारी की है। \B- मेट्रो प्रबंधन की योजना
मेट्रो के पास 7 से 9 ट्रेनें संचालन के लिए तैयार खड़ी हैं।
डेटा एनालिसिस: एक महीने तक यात्रियों की संख्या और समय का अध्ययन किया जाएगा।
फ्रीक्वेंसी में सुधार: आदर्श स्थिति में एक ट्रेन अप और एक डाउन चलाने की योजना है, जिससे यात्रियों को हर 15-20 मिनट में ट्रेन मिल सके।
आंकड़ों की जुबानी शुरुआती जोश के बाद यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है, लेकिन वीकेंड पर ग्राफ फिर से उछला है। दिन