
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। भोपाल रेल मंडल से कोरोना संक्रमण के पूर्व गुजरने वाली 300 से अधिक मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में से 50 फीसद ट्रेन वापस पटरी पर दौड़ने लगी है। इस वजह से यात्रियों को लंबी वेटिंग लिस्ट से छुटकारा मिल गया है। कुछ ट्रेनों में आसानी से वेटिंग क्लियर हो रही है तो कुछ में कंफर्म टिकट मिल रहे हैं। चुनिंदा ही ऐसी ट्रेनें हैं जिनमें यात्रियों को कंफर्म टिकट पाने के लिए परेशान होना पड़ता है।
कोरोना संक्रमण के पहले भोपाल रेल मंडल से 24 घंटे में 300 से अधिक मेल व एक्सप्रेस ट्रेन गुजरती थी। इनमें से करीब 160 ट्रेनें राजधानी भोपाल के भोपाल, हबीबगंज और संत हिरदाराम नगर स्टेशन से होकर गुजरती थी कोरोना संक्रमण की वजह से इन ट्रेनों को बंद कर दिया था। स्थिति नियंत्रण में आइ तो रेलवे ने एक जून 2020 से ट्रेनों को चलाना शुरु किया था। शुरू में गिनी चुनी ट्रेनें चलाई गई थी वर्तमान स्थिति में भोपाल, हबीबगंज और संत हिरदाराम नगर स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या 80 से अधिक हो गई है। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों की माने तो जनवरी के अंत तक यह संख्या और बढ़ जाएगी।
अकेले भोपाल रेल मंडल की बात करें तो मंडल के भोपाल, हबीबगंज, गुना, बीना और इटारसी रेलवे स्टेशन से 14 यात्री और पैसेंजर ट्रेन प्रतिदिन शुरू होती थी इनमें से 8 ट्रेनें चलने लगी है। बाकी की ट्रेनों को भी चलाने की तैयारी है।
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का दबाव बढ़ा
पूर्व की तुलना में भोपाल, हबीबगंज इटारसी, बीना, गुना रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का दबाव बढ़ गया है। अब यात्री सुरक्षित रेल सफर के लिए ट्रेनों की तरफ दोबारा लौट रहे हैं। सुबह और शाम के समय भोपाल रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का अच्छा खासा दबाव रहता है।
कई ट्रेनों में कंफर्म टिकट
कोरोना संक्रमण के कारण ही सही लेकिन पहली मर्तबा जनवरी में ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिल रहे हैं। हमेशा नए साल के पहले सप्ताह में ट्रेनें फुल रहती थीं। कम से कम डेढ़ सौ से 200 तक की वेटिंग रहती थी। स्लीपर और दूसरी श्रेणियों में तो नो रूम की स्थिति बन जाती थी। इस बार यात्री कोरोना संक्रमण की वजह से घरों से बाहर निकलने में बच रहे हैं। यही वजह है कि ट्रेनें सामान्य दिनों की तुलना में कम चल रही है फिर भी उनमें बीते सालों की तरह वेटिंग नहीं है।