Bhopal News:भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। भारतीय सेना की गौरव गाथा में एक और पन्ना जुड़ गया है। सेना की सुदर्शन चक्र कोर ने ऑपरेशन वर्षों के माध्यम से राहत और बचाव अभियान शुरू किया है। प्रदेश में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बाढ़ आ गई है, जिससे ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया और भिंड जिलों के कई गाँव प्रभावित हुए हैं। क्षेत्र की कई प्रमुख नदियों में आई बाढ़ ने कई क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया। इन क्षेत्रों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण सड़क संपर्क और पुल बह गए हैं । प्रशासन से अनुरोध प्राप्त होने पर, सेना ने तेजी से ऑपरेशन वर्षा 21 की शुरूआत की। ग्वालियर, झांसी और सागर में स्थित सुदर्शन चक्र कोर की सैन्य फॉर्मेशंस ने बाढ़ राहत कार्यों के लिए चार विशेष सैन्य टुकड़ियों को भेज दिया। हर टुकड़ी में लगभग 80 सैनिक और विशेष उपकरण होते हैं।
यह सैन्य टुकड़ियाँ ग्वालियर के भीतरवार के अलावा श्योपुर, शिवपुरी और दतिया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दो घंटे के भीतर पहुंच गई । बाढ़ राहत टुकड़ियों ने प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का प्रारंभिक आकलन करने के बाद रात में ही अपना अभियान शुरू किया और दूर दराज के गांवो तक पहुंचने में सफल रहे । प्रयासों के परिणामस्वरूप दो दिन में 150 नागरिकों को सफलतापूर्वक बाढ़ के क्षेत्र से निकाल लिया गया और अन्य 250 व्यक्तियों को बचा लिया गया। नागरिकों को बचाने के साथ साथ गरीब किसानों के पशुधन को भी बचाया गया।
इंजीनियर टास्क फोर्स को बाढ़ ग्रस्त इलाकों में भेजा
भिंड जिले में गत दिवस सिंध नदी में जल स्तर में वृद्धि से नए क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया, जिसके कारण सेना के अतिरिक्त कॉलम भेजे गए। क्षेत्र में इंजीनियर टास्क फोर्स सहित नौ कॉलम तैनात हैं। 1000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसके अलावा, आर्मी मेडिकल कोर के डॉक्टर और पैरामेडिक स्टाफ भी बीमार और घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं। अभी भी नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्य जारी हैं।