Bhopal News : संत हिरदाराम नगर, नवदुनिया प्रतिनिधि। बैरागढ़ की व्यापारिक संस्था कपड़ा व्यापारी संघ ने लंबे समय से माल का भुगतान नहीं करने वाले फुटकर व्यवसाइयों के नाम सार्वजनिक करने के लिए ब्लैक बोर्ड लगाए थे। यह बोर्ड लगते ही बकाया रकम धीरे-धीरे वापस आने लगी। अब तो बोर्ड ही गायब हो गए हैं।
कपड़ा बाजार में नगद लेनदेन से अधिक कारोबार उधार में होता है। कोराना काल से पहले बैरागढ़ के थोक व्यापारी बकायादारों की मनमानी से परेशान थे। पूर्व अध्यक्ष वासुदेव वाधवानी के अनुसार फुटकर व्यापारी एक थोक व्यापारी की लाखों रूपए रकम रोककर दूसरे थो व्यापारी से माल लेने लगते थे। इस प्रवृति से थोक व्यापारी परेशान होने लगे। संघ की कार्यसमिति ने इससे निपटने के लिए तय किया कि अब ऐसे बकायादारों के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे जो बार-बार मांगने के बाद भी रकम का भुगतान नहीं कर रहे हैं। इसके लिए नेहरू क्लाथ मार्केट, मुखर्जी मार्केट, लक्ष्मी कपड़ा मार्केट एवं बस स्टेंड आदि बाजार क्षेत्र में ब्लैक बोर्ड लगाए गए।
बोर्ड लगते ही वापस आने लगी रकम
संघ के वर्तमान अध्यक्ष कन्हैयालाल इसरानी के अनुसार बाजार में ब्लैक बोर्ड लगाने के साथ ही हमने तय किया कि किसी एक व्यापारी की रकम बकाया होने पर फुटकर व्यापारी को दूसरा कोई भी थोक व्यापारी माल नहीं देगा। इसके सार्थक परिणाम सामने आए। एक तो नाम सार्वजनिक होने का डर, दूसरा माल नहीं मिलने का भय होने के कारण बड़ी संख्या में बकायादारों ने दुकान पर आकर रकम दे दी। रकम मिल जाने के कारण अभी तक किसी भी बकायादार का नाम बोर्ड पर लिखने की जरूरत नहीं पड़ी। अब तो बोर्ड ही गायब हो गए हैं।
अब वाट्सअप ग्रुप बनाकर चेतावनी
ब्लैक बोर्ड गायब होने के बाद अब कपड़ा संघ ने अब बकाया वसूली के लिए वाट्सअप समूह बनाया है। अध्यक्ष इसरानी के अनुसार हमने इंटरनेट मीडिया का सहारा लेते हुए एक समूह बनाया है। यदि कोई बकायादार समय पर भुगतान नहीं करता है तो पहले उसे चेतावनी दी जाती है। इसके बाद उसका नाम समूह पर दर्ज किया जाता है। इस व्यवस्था के भी सार्थक परिणाम आए हैं।