Bhopal News: जुगाड़ से इलेक्ट्रिक बाइक का संचालन कर रही चार्टर्ड कंपनी, गोडाउन में आग की घटना के बाद उठे सवाल
नियमों को ताक पर रख की जा रही असेंबलिंग! गुणवत्ता का नहीं रखा जा रहा ध्यान।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Tue, 11 Apr 2023 08:59:52 AM (IST)
Updated Date: Tue, 11 Apr 2023 09:06:16 AM (IST)

भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी में स्मार्ट सिटी द्वारा इलेक्ट्रिक बाइक के संचालन का काम चार्टर्ड बाइक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सौंपा गया है। लेकिन इस कंपनी द्वारा जिस इलेक्ट्रिक बाइक का संचालन किया जा रहा है, उसकी असेंबलिंग भी चार्टर्ड कंपनी कर रही है। जबकि इसका कंपनी के पास कोई रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट नहीं है। वहीं इलेक्ट्रिक बाइक में अधिकतर सामान जुगाड़ वाले लगे हैं, इनके गुणवत्ता का ध्यान भी नहीं रखा गया है। आइएसबीटी स्थित चार्टर्ड ई-बाइक व साइकिल के गोडाउन में आग लगने की घटना के बाद राजधानी में ई-बाइक के संचालन को लेकिन फिर सवाल उठे हैं।
बता दें कि शनिवार देर रात आइएसबीटी परिसर में स्थित चार्टर्ड कंपनी के गोडाउन कम चार्जिंग स्टेशन में आग लगने से 70 ई-बाइक और 50 स्मार्ट साइकिलें जल गई थी। इसके बाद नवदुनिया ने इलेक्ट्रिक बाइक की गुणवत्ता और इसमें लगे सामान की विशेषज्ञों से जांच कराई। जिसमें सामने आया कि जितनी क्षमता की मोटर लगी है, उसके हिसाब से बैटरी की क्षमता कम है। वहीं इसमें 48 वोल्ट की बैटरी लगी है। इतनी क्षमता की बैटरी को रन करने के लिए 10 से 12 मास्फेट का कंट्रोलर होना चाहिए। लेकिन इसमें जो कंट्रोलर लगा है, उसकी क्षमता भी कम है, ऐसे में आग लगने की गुंजाइश बनी रहती है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक बाइक में बैटरी फिक्स होना चाहिए, जिससे गाड़ी के कूदने या गिरने पर यह हिले नहीं। यदि इसमें बाइब्रेशन या मोशन होता है तो आग लगने की संभावना बनी रहती है।
चार्जर में नहीं लगा आटो कट आफ
इलेक्ट्रिक बाइक के विशेषज्ञों को कहना है कि ऐसे वाहनों में चार्जिंग के लिए एसएमपीएस बेस्ड माइक्रो कंट्रोलर चार्जर होना चाहिए। जिससे वाहन फल चार्ज होने पर आटो कट आफ हो जाए। लेकिन इस चार्जर में आटो कट आफ की सुविधा नहीं है। संभवत: शनिवार रात को भी कर्मचारी इ-बाइक को चार्ज में लगाकर गए थे, जिससे लंबे समय तक चार्ज में लगे रहने से इसमें विस्फोट हुआ हो।
कंपनी के अधिकारियों ने नहीं दिखाया सर्टिफिकेट
चार्टर्ड कंपनी के अधिकारियों से जब कंपनी का सर्टिफिकेट मांगा गया तो संबंधित अधिकारियों से इसकी जानकारी होने से इंकार कर दिया। जबकि किसी भी इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों के निर्माण से पहले आइसीएटी, एआरएआइ और सीआइआरआइ से सर्टिफिकेट लेना होता है।हालांकि इस मामले में अधिकारियों ने भी स्वीकर किया है, कि चार्टर्ड कंपनी दूसरी कंपनियों से पार्ट खरीदकर खुद असेंबलिंग कर रही है। लेकिन इसकी अनुमति कंपनी के पास है या नहीं, इसके बारे में जानकारी नहीं दी।
चार्टर्ड बाइक प्राइवेट लिमिटेड भोपाल के साथ दिल्ली, मुंबई, लखनऊ समेत अन्य स्थानों पर भी इलेक्ट्रिक बाइक का संचालन कर रही है। इसके सर्टिफिकेशन की जानकारी लेकर बताएंगे। वैसे भी चार्टर्ड एमएनसी कंपनी है, ऐसे में उसके पास सारे वैध दस्तावेज होंगे।
- नितिन दवे, पीआरओ, स्मार्ट सिटी कंपनी