
Bhopal News: भोपाल। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में चल रहे हिंदी पखवाड़े के अंतिम दिन शुक्रवार समापन समारोह का आयोजन शैलकला सभागर में किया गया।मुख्य अतिथि के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति खेम सिंंह डहेरिया थे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता संग्रहालय के निदेशक प्रो अमिताभ पांडेय ने की। इस अवसर पर हिंदी पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय नगद पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।
अपने अध्यक्षीय भाषण में अमिताभ पांडे ने कहा कि देश के विकास में संस्कृति एवं भाषा का बहुत महत्व है। संग्रहालय में विभिन्न भाषा-भाषी लोग कार्यरत हैं पर उनकी अभिव्यक्ति हिंदी है, इसीलिए मानव संग्रहालय एकता में अनेकता का अतुलनीय उदाहरण है।खेम सिंह डहेरिया ने अपने उद्बोधन में कहा की भारत में हिंदी को जनमानस की भाषा बनाने में फिल्म उद्योग की बड़ी भूमिका रही है। वैश्विक स्तर पर हिंदी को मान्यता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के संयुक्त राष्ट्र संघ में दिए गए भाषण के कारण मिली।वर्तमान में सातवीं भाषा के रूप मे हिंदी विश्व स्तर पर स्थान बनाए हुए है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हिंदी को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है।
विजेता प्रतिभागी पुरस्कृत- टंकण प्रतियोगिता में प्रथम रचना श्रीवास्तव, द्वितीय कुलबहादुर थापा, तृतीय एन. सकमाचा सिंह। वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम राजेंद्र कुमार झारिया, तापस विस्वास, द्वितीय मोहन लाल गोयल, पी. अनुराधा। तृृतीय डा. मोहम्मद रेहान एवं डीडी सेनापति रहे। काव्यप्रस्तुति में प्रथम शिखा टहनगुरिया, द्वितीय तापस विस्वास, तृृतीय अभिषेक यादव। स्कूल विद्यार्थियों के लिए तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में प्रथम जागृति केवट, द्वितीय भूमि सिंह परिहार, तृृतीय अमन राजपूत, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम कर्नल नितिनराज देशेपांडे,द्वितीय मनोज जैन और तृृतीय पी. अनुराधा रहे। सभी को पुरस्कृत किया गया।