भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। कोलार क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने अपनी 16 वर्षीय बेटी की मोबाइल की लत से परेशान होकर चाइल्ड लाइन से काउंसिलिंग करने की गुहार लगाई। मां ने कहा कि बेटी दसवीं कक्षा में है और वह बिल्कुल पढ़ाई नहीं करती। दिनभर मोबाइल पर दोस्तों के साथ चैटिंग करती है। साथ ही सेल्फी और वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर अपलोड करती रहती है। महिला की गुहार पर चाइल्ड लाइन ने माता-पिता के साथ बेटी को बुलाकर काउंसिलिंग की। मां ने कहा कि मेरी बेटी ऐसी नहीं थी। अब तो किसी भी बात के लिए रोकने-टोकने या मोबाइल लेने पर मारपीट करने पर भी उतारू हो जाती है। खुद से एक पल के लिए भी मोबाइल को दूर नहीं करती है। मेरी बात तो सुनती ही नहीं है। अब आप लोग ही इसे समझाइए।

चाइल्ड लाइन से मिली जानकारी के मुताबिक बालिका की काउंसिलिंग की जा रही है। बालिका को इंटरनेट मीडिया की लत है। ऐसे में यदि अभिभावक उसे मोबाइल के लिए टोकते हैं, तो वह आक्रामक हो उठती है। गुस्से में वह अपनी मां पर हाथ भी उठा चुकी है। बेटी के इस व्यवहार से घबराकर अभिभावकों ने चाइल्ड लाइन से काउंसिलिंग करवाने का निर्णय लिया। बालिका की मां ने बताया कि ये दो-तीन साल बेटी के करियर के लिए बेहद खास हैं, इसलिए उसे मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से टोकते हैं। यह बात उसे पसंद नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले उनकी बेटी पढ़ाई में ध्यान लगाती थी, लेकिन अब उसका पूरा ध्यान वीडियो को ज्यादा से ज्यादा अच्छा बनाने पर होता है। इसके लिए वह बहुत सारा पैसा भी खर्च कर देती है। चाइल्ड लाइन की समन्वयक राशि आसवानी ने बताया कि बालिका की काउंसिलिंग कर उसे मोबाइल की लत से बाहर निकालने और पढ़ाई के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है। सभी माता-पिता इस बात का खास ख्‍याल रखें कि उनके बच्‍चे मोबाइल पर ज्‍यादा वक्‍त न बिताएं।

Posted By: Ravindra Soni

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