नवदुनिया प्रतिनिधि, संत हिरदाराम नगर। संत हिरदाराम नगर में ओवर ब्रिज बनने से रेलवे फाटक के कारण हो रही परेशानी से इस साल के अंत तक लोगों को मुक्ति मिल जाएगी। ओवरब्रिज का निर्माण होने से आवाजाही आसान होगी। हालांकिअभी काम मंद गति से चलने के कारण व्यापारी एवं रहवासी परेशान हैं। रेल प्रशासन ने फाटक रोड से चार पहिया वाहनों की आवाजाही फिलहाल बंद कर दी है।
आरओबी बनाने की 37 साल पुरानी घोषणा इस साल पूरी होने की संभावना है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पिछले साल फरवरी में इसका भूमिपूजन किया था। संत हिरदाराम नगर में ओवर ब्रिज निर्माण की घोषणा 1987 में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री माधवराव सिंधिया ने की थी। कई बार प्रस्ताव बने लेकिन काम नहीं हो सका। कुछ समय पहले रेल प्रशासन ने अंडर ब्रिज स्वीकृत कर दिया लेकिन विशेषज्ञों ने अंडर बनने से यहां पानी जमा होने की संभावना व्यक्त की। विधायक रामेश्वर शर्मा के प्रयास से आरओबी स्वीकृत किया गया है।
व्यापारियों को एक चिंता यह भी
आरओबी का काम मंद गति से चलने से फाटक रोड के व्यापारी चिंतित हैं क्योंकि कारोबार ठप्प हो गया है। कुछ दुकानों का आगे का हिस्सा ढंक गया है। ब्रिज बनने के बाद दुकानों का कुछ हिस्सा टूटने की संभावना है। व्यापारी चाहते हैं किकाम जल्दी पूरा किया जाए ता किउनका कारोबार चल सके।
इन कालोनियों को होगा लाभ
ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होने से सीटीओ, कैंप नंबर 12, सत्यम कालोनी, कैलाशनगर, पूजाश्री नगर, देवलोक कालोनी, मथाई नगर एवं दाता कालोनी आदि कालोनियों की ओर जाने वाले नागरिकों को सुविधा हो जाएगी। बैरागढ़ एवं सीटीओ के बीच का संपर्क आसान हो जाएगा।
आरओबी योजना एक नजर में
- रेलवे क्रासिंग क्रमांक 115 पर बन रहा है आरओबी
- 765 मीटर लंबाई होगी।
- 12.5 मीटर चौड़ाई एवं दोनों तरफ तीन मीटर की सर्विस रोड बनेगी।
- निर्माण लागत करीब 27 करोड़ रूपये।
- निर्माण एजैंसी लोक निर्माण विभाग सेतू शाखा।