भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (एनएलआइयू) के सभी सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रोजेक्ट आधारित ली जाएंगी। परीक्षाओं में विद्यार्थियों को आठ प्रोजेक्ट और प्रोजेक्ट से जु.डे रिसर्च पर आधारित होगी। इसके बाद उनका आॅनलाइन वायवा लिया जाएगा। प्रथम और द्वितीय और तृतीय और चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट 27 मई तक जमा करना है। इसके बाद उनके रिजल्ट जारी किए जाएंगे।
कोरोना काल में इस बार भी शासन ने विद्यार्थियों की ओपन बुक सिस्टम से परीक्षाएं लेने के निर्देश दिए हैं। इस कारण एनएलआइयू ने विद्यार्थियों के मूल्यांकन का अपने तरीके निकाले हैं। इसके चलते बीएएलएलबी और एलएलएम के प्रथम और द्वितीय और तृतीय और चतुर्थ वर्ष के सभी सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रोजेक्ट आधारित ली जाएंगी। विद्यार्थियों का अपने विषय के आधार पर चार-चार प्रोजेक्ट जमा करना होंगे। इसके साथ उन्हें अपने प्रोजेक्ट से जु.डे विषय की केस स्टडी भी देना होगी। इसके बाद विद्यार्थियों का आॅनलाइन वायवा भी लिया जाएगा। इसके बाद विद्यार्थियों का मूल्यांकन कर रिजल्ट जारी किया जाएगा, जबकि उच्च शिक्षा विभाग ने ओपन बुक और तकनीकी शिक्षा विभाग ने आॅनलाइन परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं। एनएलआइयू ने शेष विद्यार्थियों का प्रोजेक्ट वर्क को बढ़ा दिया है। इसके लिए विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय दिया जा रहा है।
प्रत्येक विद्यार्थी को चार प्रोजेक्ट जमा करने होंगे
बीएएलएलबी में प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों चार-चार प्रोजेक्ट जमा हो चुके हैं। उन्हें 27 मई तक चार-चार और प्रोजेक्ट जमा करने के लिए कहा गया है। इसी तरह तृतीय और चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों को सात-सात प्रोजेक्ट और जमा करने होंगे। वे पहले से एक-एक प्रोजेक्ट जमा कर चुके हैं, इसलिए उन्हें शेष सात प्रोजेक्ट जमा करने के लिए सात मई तक का अतिरिक्त समय दिया गया है। इसके बाद उनका वीडियो कांफ्रेंस से सिर्फ एक वायवा होगा। विद्यार्थियों को टॉपिक दे दिए गए हैं। रिसर्च पेपर जमा होने के बाद उनके वायवा लेने का कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। इसके लिए प्रोफेसर उनका कार्यक्रम तैयार कर कुलपति के बाद विद्यार्थियों को भेजेंगे। टाइम टेबल के मुताबिक उनका आॅनलाइन वायवा लिया जाएगा। इसके बाद उनका वैल्यूशन किया जाएगा।