Bhopal News: करोंद रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण में देरी पर अधिकारियों को फटकार
जलापूर्ति की पाइप लाइन और हाइटेंशन लाइन शिफ्ट नहीं होने से रुका काम। क्षेत्रीय विधायक व मंत्री विश्वास सारंग ने लिया विकाय कार्य का जायजा।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Wed, 22 Feb 2023 09:07:32 AM (IST)
Updated Date: Wed, 22 Feb 2023 09:07:32 AM (IST)

भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। जलापूर्ति की पाइप लाइन और हाइटेंशन लाइन की शिफ्टिंग नहीं होने से करोंद रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पिछड़ रहा है। मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस आरओबी का निरीक्षण किया। इस दौरान इसके निर्माण में हो रही देरी को लेकर पीडब्ल्यूडी, रेलवे व नगर निगम समेत अन्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई। साथ ही मार्च 2023 तक इसे पूर्ण करने के निर्देश दिए।
विश्वास सारंग ने बताया कि करोंद क्षेत्र को पुराने भोपाल से जोड़ने के लिए 17 करोड़ रुपये से आरओबी का निर्माण किया जा रहा है। यहां करोंद ब्रिज के दो पिलर के स्लैब में बाधक बन रही हाइटेंशन लाइन को अंडरग्राउंड कर दिया गया है। हालांकि लाइन को अभी चार्ज नहीं किया गया। इसके दूसरी ओर केबल को खंभे से जोड़ने नया फाउंडेशन बनाकर पोल खड़ा किया जाएगा। ये काम होने के बाद ही यहां ब्रिज का स्लैब वाला काम शुरू होगा। वहीं जलप्रदाय के लिए रेलवे फाटक के बगल से पाइप लाइन बिछाई गई है, इसे भी शिफ्ट किया जाना है। इनके शिफ्टिंग में हो रही देरी की वजह से ब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। आरओबी निर्माण से हर दिन पांच लाख लोगों को फायदा मिलेगा। इससे जाम की समस्या दूर होगी। यहां पर सुबह और शाम को ज्यादा जाम लगता है। अंडरब्रिज से लेकर करोंद चौराहे तक गाड़ियों की लंबी कतार लग जाती है। ब्रिज बनने से गाड़ियां ऊपर से ही निकल जाएंगी और जाम भी नहीं लगेगा।
इन कालोनियों के रहवासियों को होगा फायदा
डीआइजी बंगला, आरिफ नगर, नवाब कालोनी, काजीकैंप, करोंद हाउसिंग बोर्ड कालोनी, फिजा कालोनी, विश्वकर्मा कालोनी, टीला जमालपुरा, नारियलखेड़ा के अलावा भोपाल टाकीज से करोंद, अयोध्या बायपास, गांधीनगर, राजाभोज एयरपोर्ट आने जाने वालों को नवाब कालोनी के पास रेलवे फाटक बंद होने पर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। भोपाल टाकीज चौराहा से बैरसिया रोड, विदिशा रोड और अयोध्या बायपास की ओर जाने के लिए वाहन चालक इस सड़क का बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं।
पांच मिनट में तय होगी दूरी
ब्रिज का काम पूरा होने के बाद करोंद मंडी से डीआइजी बंगला व संबंधित क्षेत्रों की आवाजाही निर्बाध होगी। अभी फाटक की वजह से पांच मिनट की दूरी 20 से 25 मिनट में पूरी होती है। वहीं हर घंटे दो से तीन बार रेलवे फाटक बंद करना पड़ता है।