भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। भोपाल के बरखेड़ी फाटक और हबीबगंज के गणेश मंदिर क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पार करने के लिए पैदल पुल बनाए जाएंगे। इन ब्रिजों के बनने से रोजाना दो लाख से अधिक रहवासियों को फायदा होगा। अभी इनमें से 50 फीसद रहवासी रेलवे ट्रैक पार करके एक से दूसरी तरफ आना-जाना करते हैं। बाकी के रहवासी चक्कर लगाकर निर्धारित अंडरपास व ओवरब्रिज से होकर आना-जाना करते हैं। ट्रैक पार करने वाले रहवासियों की जान को गंभीर खतरा हो सकता है। पूर्व में गणेश मंदिर क्षेत्र व बरखेड़ी फाटक क्षेत्र में ट्रैक पार करते समय कुछ लोगों की मौतें भी हुईं हैं।
भोपाल रेल मंडल के डीआरएम उदय बोरवणकर ने सोमवार पत्रकारों से चर्चा में बताया कि दोनों स्थानों पर बहुत अधिक संख्या में लोग पैदल ट्रैक पार कर रहे हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार को प्रस्ताव दिया है। अभी प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली है लेकिन संभावना है कि सरकार स्थानीय स्तर पर रहवासियों की समस्याओं को देखते हुए अनुमति देगी। यदि दोनों जगह पैदल ब्रिज बनेंगे तो फायदा होगा। डीआरएम ने भोपाल रेल मंडल में चल रहे अन्य विकास कार्यों की भी जानकारी दी। उनके साथ एडीआरएम अशोक सिंह व वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश भी शामिल थे।
डीआरएम ने दी मंडल के इन कामों की जानकारी
- हबीबगंज रेलवे स्टेशन में संचालित होने वाले कुछ कार्यालयों को रेलवे मिसरोद स्टेशन के आसपास शिफ्ट करने जा रहा है। ट्रैक मेंटेनेंस व इंजीनियरिंग के कुछ कार्यालयों को शिफ्ट भी कर दिया। यहां पर रेल अधिकारी, कर्मचारियों के लिए रहवासी कॉलोनी भी विकसित की जा रही है, जो प्राकृतिक रूप से समृद्ध होगी। जल संरक्षण के लिए तालाब बनाए जाएंगे। रेलवे ने इस क्षेत्र में बढ़े स्तर पर पौधे लगाए हैं और उनकी परवरिश की अच्छी व्यवस्था की है। यहां प्रशिक्षण केंद्र भी होंगे।
- रेल फाटक पार करने की जल्दी में कुछ वाहन चालक रेलवे के फाटकों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस वजह से रेल आवागमन बाधित हो रहा है। आए दिन इस तरह की घटनाएं हो रही है। इसे देखते हुए रेलवे मुख्य फाटकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रहा है। इसकी शुरूआत कर दी है। 11 फाटकों पर कैमरे लगाए जा चुके हैं।
- मंडल में 11 किमी क्षेत्र में ट्रैक के किनारे बाउंड्रीवाल का काम पूरा हो गया है। 32 किमी क्षेत्र में निर्माण करना है। रेलवे की जमीन को सुरक्षित करने के लिए यह काम किया जा रहा है।
- भोपाल रेलवे स्टेशन को जून 2021 तक पुन: विकसित करने का काम पूरा किया जाएगा।
- मेमू के दो रैक मिल चुके हैं। रविवार उन रैकों को भोपाल से विदिशा के बीच चलाकर देखा गया है। दो रैक चेन्न्ई से भोपाल के लिए निकल चुके हैं। पहले कोटा मंडल में मेमू ट्रेन चलेगी, फिर भोपाल रेल मंडल में शुरूआत होगी। ये मेमू ट्रेने पैसेंजर ट्रेनों की जगह लेंगी।