
Bhopal News: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। जिले में अवैध प्लाटिंग का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचा। जहां पीड़ित ने बताया कि मुगालिया कोट में एक बिल्डर ने सरकारी जमीन पर 50 से अधिक लोगों को प्लाट बेच दिए हैं। सबसे चौंकाने वाली बात है कि इनमें से कई प्लाट की रजिस्ट्री तक करा दी गई है। जब पीड़ित खरीदे हुए प्लाट का नामांतरण करने तहसील कार्यालय पहुंचे तो उन्हें पता चला कि प्लाट सरकारी है। इस वजह से इसका नामांतरण नहीं किया जा सकता है।
जनसुनवाई में लोगों की समस्या सुन रहीं डिप्टी कलेक्टर अंकिता त्रिपाठी ने मामले की जांच पुलिस को सौंपी है। उन्होंने बताया कि जनसुनवाई में कुल 85 शिकायतेंं आईं थी। इनमें धोखाधड़ी, जमीनी-पारिवारिक विवाद आदि शामिल हैं। इनके निराकरण के लिए विभाग के अधिकारियों को कहा गया है।
जनसुनवाई में पहुंचे पीरिया माेहल्ला पिपलानी निवासी धरमदास कुर्मी पिता गोकुलदास ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि मुस्कान प्रापर्टी के वीरेंद्र सेन और विपिन शर्मा से एक लाख 80 हजार रुपए में प्लाट खरीदा,
जिसकी रजिस्ट्री भी करा दी गई। बाद में पता चला कि मुगालिया कोट की यह जमीन मप्र शासन की है। जिससे मेरे साथ धोखाधड़ी की गई है। जब पीड़ित ने आवेदक से राशि मांगी तो उसने देने से मना कर दिया है। साथ ही वह धमका रहा है। इधर एक बुजुर्ग को शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन नहीं मिल पा रहा है। दरअसल उनके अंगूठे के निशान पीओएस मशीन पर नहीं लग पा रहा है। इससे वह जनसुनवाई में मदद के लिए पहुंचे। जहां उनके उत्तराधिकारी बनाने के लिए कहा गया। इस पर जिला आपूर्ति नियंत्रक मीना मालाकार ने आधार कार्ड
बनने के बाद उनका उत्तराधिकारी बनाने के लिए कहा है।
बहुओं से प्रताड़ित ससुर व सास ने मांगी मदद
जनसुनवाई में पहुंचे प्रेमचंद पंथी ने शिकायत की है कि मैं और मेरी पत्नी साथ रहते हैं। मेरे बेटे संतोष पंथी का फरवरी महीने में निधन हो गया था। इसके बाद से बहू सारिका पंथी दोनों को परेशान कर रही है। बहू रायसेन में आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका है रोजाना जाती है। हम दोनों को खर्च के रुपये नहीं देती है। इसकी वजह से हम अपनी बेटी से मदद ले रहे हैं। इधर संजय नगर शाहजहांनाबाद निवासी कनीजा बी नेेेे बताया कि उसकी दोनों बहू आए दिन मारपीट करती हैं। खाना भी नहीं दे रहीं है और न ही दोनों बेटे खर्च के रुपये दे रहे हैं। डिप्टी कलेक्टर ने समस्या सुनते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई के लिए कहा है।