भोपाल। Bhopal News : समूचा देश कोरोना से जूझ रहा है। ऐसे में भोपाल रेलवे अस्पताल के पास एक भी वेंटिलेटर नहीं हैं। तत्काल खरीदी करने का आदेश था, लेकिन इसमें देरी हो गई है। इस पर भोपाल रेल मंडल के एडीआरएम अजीत रघुवंशी को रेलवे ने फोर्स लीव पर भेज दिया है।
हालांकि अस्पताल की चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. आशा चिमनिया पर कोई कार्रवाई नहीं की है। एडीआरएम को पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर जोन ने रविवार फोर्स लीव पर भेजा है। रघुवंशी भोपाल रेल मंडल में कोरोना नियंत्रण के नोडल अधिकारी थे। अब उनकी जगह एडीआरएम गौरव सिंह काम देखेंगे। संभवत: कोरोना नियंत्रण को लेकर भारतीय रेलवे ने पहली बार किसी मंडल के एडीआरएम पर कार्रवाई की है।
रेलवे अस्पताल में एक भी वेंटिलेटर नहीं
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के भोपाल के रेलवे अस्पताल में एक भी वेंटिलेटर नहीं हैं। ऐसे में किसी रेलकर्मी या उनके परिजन को इमरजेंसी में वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी तो दिक्कत आ जाएगी। देश भर के मंडलों में रेलवे ऐसी जरूरतों को तत्काल पूरा कर रहा है। इसके लिए भोपाल रेल मंडल में एडीआरएम अजीत रघुवंशी को नोडल अधिकारी बनाया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें वेंटिलेटर की जल्दी खरीदी करनी थी, जो अभी तक नहीं की है। यह बात दिल्ली व जबलपुर जोन द्वारा प्रतिनिदि की जा रही समीक्षा में सामने आने के बाद उन्हें फोर्स लीव पर भेज दिया है। सूत्रों ने बताया कि काफी माथापच्ची के बाद दो पोर्टेबल वेटिंलेटर खरीदे जा रहे हैं, लेकिन इसके जबरन पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया, इसलिए देरी हो गई है।
इनका कहना है
एडीआरएम अजीत रघुवंशी को फोर्स लीव पर भेजा है। कोरोना वायरस के नियंत्रण को लेकर कार्रवाई की है।
- प्रियंका दीक्षित, मुख्य प्रवक्ता, पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर जोन