नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। भोपाल स्टेशन पर दोनों ओर करोड़ की लागत से बनी नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य सवालों के घेरे में आ गया है। दरअसल प्लेटफार्म नंबर छह की तरफ 4 करोड़ की लागत से बनी दो मंजिला बिल्डिंग से सीवरेज का पानी रिस रहा है। जोकि प्लेटफार्म पर आ रहा है। तो वहीं एक नंबर की ओर 17 करोड़ रुपये की लागत से बनी नई बिल्डिंग को अभी सिर्फ एक साल पूरा हुआ है। रेलवे का इंजीनियरिंग विभाग से लेकर अला-अधिकारी कई बार निरीक्षण पर काम पर नजर रखते है। फिर भी दोनों ओर की बिल्डिंग में इस तरह की खामियां सामने आने से गुणवक्ता को लेकर सवाल उठ रहे है।
यात्रियों को हो परेशान
भोपाल रेल मंडल की ओर से भोपाल सहित अन्य स्टेशनों पर सफाई व्यवस्था को लेकर लाख दावे किए जा रहे है। यहां तक स्टेशनों की सफाई को रेलवे और निगम से एमओयू की बात की जा रही है।
लगातार सीवरेज का पानी रिस रहा
सूत्रों के अनुसार भोपाल स्टेशन पर सफाई को लेकर विगत दिनों प्राइवेट में यानी ठेका कर्मचारियों को दिया गया था। ठेकेदार द्वारा 45 कर्मचारी यानी 15-15 की शिफ्ट में उनकी ड्यूटी लगाई जाती है। लेकिन इनमें अधिकांश कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं रहते है। तो वहीं भोपाल स्टेशन की छह नंबर की बिल्डिंग में ऊपर बने एसी रूम से पिछले कुछ दिनों से लगातार सीवरेज का पानी रिस रहा है। इसके चलते जहां बिल्डिंग कमजोर हो रही है। लेकिन रेलवे अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। गंदगी से यात्री परेशान हो रहे है। ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं भोपाल रेलवे स्टेशन पर मेंटेनेंस के लिए करोड़ों रुपए का बजट है। फिर भी यहां पर चोक अंडर ग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं करा सके। इसके चलते नालियों से गंदे पानी की निकासी नहीं होती, भोपाल रेलवे स्टेशन का अंडर ग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम चोक होने के कारण प्लेटफार्म-2 व 6 के बीना छोर और प्लेटफार्म-1 के इटारसी छोर के चैंबर पिछले माह से बंद पड़े हैं।