Bhopal News: मोटे बच्चों में आगे चलकर हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा दो से तीन गुना अधिक, एम्स में हुए शोध से खुलासा
एम्स में 60 मोटे बच्चों की 24 घंटे मानिटरिंग की गई। 43 प्रतिशत बच्चे उच्च रक्तचाप से पीड़ित पाए गए। इनमें से 25 प्रतिशत बच्चों के हृदय पर पड़ा नकारात्मक प्रभाव।
Publish Date: Sat, 18 May 2024 11:49:28 AM (IST)
Updated Date: Sat, 18 May 2024 11:49:28 AM (IST)
प्रतीकात्मक चित्रHighLights
- शोध में शामिल 60 मोटे बच्चों के 24 घंटे में तीन स्टेज में बीपी मानिटर किया गया।
- अध्ययन के दूसरे हिस्से में उच्च रक्तचाप व समान्य बच्चों के दिल व अन्य अंगों की भी जांच की गई।
- इस अध्ययन को अमेरिकन जर्नल आफ हाइपरटेंशन में किया गया प्रकाशित।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। बदलते परिवेश और खानपान के चलते बच्चों में बामारियां बढ़ी हैं। इसी को देखते हुए एम्स हुए एक शोध में चिंताजनक खुलासा हुआ है। यहां 43 प्रतिशत बच्चों में उच्च रक्तचाप की समस्या मिली है, जो आगे चलकर हृदय की बीमारी की समस्या का रूप ले सकती है। इस अध्ययन को अमेरिकन जर्नल आफ हाइपरटेंशन में प्रकाशित किया है। बाल चिकित्सा नेफ्रोलाजी और उच्च रक्तचाप विभाग के डा. गिरीश सी भट्ट ने कहा कि मोटापे के शिकार बच्चों में वयस्क होने पर हृदय संबंधी जोखिम दो से तीन गुना अधिक होता है। हृदय संबंधी रुग्णता और मृत्यु दर को कम करने के लिए बचपन में प्रारंभिक पहचान जरूरी है।
इस तरह किया शोध
इस अध्ययन के लिए 60 मोटे बच्चों को शामिल किया गया। तीन स्टेज में बीपी को मानिटर किया गया। पहले बच्चे का बीपी सामान्य रूप से अस्पताल में देखा गया। इसके बाद घर पर जांच की गई। अंत में एबीपीएम यानी एंबुलेटरी रक्तचाप से उसकी जांच हुई। जिसमें एक छोटी डिवाइस बच्चों के हाथ में बेल्ट से बांध दी जाती है। यह डिवाइस 24 घंटे तक लगातार बीपी नापती रहती है। अध्ययन के दूसरे हिस्से में उच्च रक्तचाप व समान्य बच्चों के दिल व अन्य अंगों की भी जांच की गई, जिससे कई चौकाने वाली बात सामने आई। जिसमें कुल मोटे बच्चों में से 43 प्रतिशत उच्च रक्तचाप से ग्रसित रहे, इनमें से 22 प्रतिशत को छुपा हुआ उच्च रक्तचाप था। वहीं उच्च रक्तचाप से ग्रसित बच्चों में से 25 प्रतिशत ऐसे रहे, जिनको हृदय संबंधी समस्याएं देखी गईं। इस मामले में एम्स के निदेशक डा. अजय सिंह ने कहा कि बच्चों का रक्तचाप नियंत्रित रहे, इसके लिए स्कूल में ही जांच कर इसका मूल्यांकन करना चाहिए।