विकास वर्मा, भोपाल। भोपाल-रामगंजमंडी रेलमार्ग का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। एक वर्ष में काम पूरा हो जाएगा। भोपाल-रामगंजमंडी रूट पर ट्रेन शुरू होने से मप्र और राजस्थान के बीच का सफर काफी आसान होगा। इससे भोपाल, सीहोर और राजगढ़ के साथ राजस्थान के कोटा और झालावाड़ जिले को सीधा लाभ मिलेगा। 276 किमी लंबे रेल मार्ग में अभी तक 114 किली को काम हो गया है। रामगंजमंडी रेल लाइन पर 2025 में ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। वहीं, रेल प्रशासन इस रेलमार्ग को वर्ष के अंत तक पूरा करने की तैयारियों में जुटा है।
संत हिरदाराम से बन रही तीसरी लाइन
संत हिरदाराम से श्यामपुर, कुरावर तक 46.5 किमी का काम हो रहा है। इसके अलावा 76 किमी का कुरावर से ब्यावरा, राजगढ़ के बीच काम होना है। वहीं संत हिरदाराम नगर से भोपाल तक 10 किमी में ट्रेन संचालित हो रही है। संत हिरदाराम रेलवे स्टेशन से कुरावर के बीच काम तेजी से किया जा रहा है। वहीं, झरखेड़ा तक लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। इसके साथ ही तीसरी लाइन को भी तैयार किया जा रहा है। जिससे ट्रेनों को गति मिले, साथ ही समय की भी बचत हो।
यात्रा सुविधाओं से लेकर व्यापार में होगा फायदा
भोपाल-रामगंजमंडी रेलमार्ग का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इस मार्ग पर यात्री ट्रेन के साथ मालगाड़ियों का संचालन भी हो सकेगा। ऐसे में संत हिरदाराम नगर से सीहोर के लिए आने वाले यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा भोपाल व कोटा के बीच यात्रा का नया मार्ग खुल रहा है। रेलवे का ट्रांसपोर्ट अन्य ट्रांसपोर्ट से सस्ता होने से व्यापारियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा सीहोर व आसपास के क्षेत्र से गेहूं के राजस्थान में जाने के लिए नया व सस्ता विकल्प भी मिल सकेगा।
भोपाल-रामगंजमंडी रेल लाइन
276.50 किलोमीटर कुल लंबाई
167 एमएम ब्राड गैज लाइन
110 किलोमीटर अधिकतम स्पीड से चल सकेंगी ट्रेनें
25 केवी एसी से पूरी तरह इलेक्ट्रिफाइड रेल लाइन होगी
4 मेन ब्रिज
24 माइनर ब्रिज
2 रेलवे ओवर ब्रिज
2 टनल
इनका कहना है
भोपाल-रामगंजमंडी प्रोजेक्ट के निर्माण गतिविधि में तेजी आई है। भोपाल से संत हिरदाराम नगर तक ट्रेनों को संचालन हो रहा है। ऐसे में हमारा मानना है कि पूरा कार्य निर्धारित डेडलाइन के भीतर पूरा किया जाएगा।
नवल अग्रवाल, एसीएम एवं प्रवक्ता भोपाल मंडल