
Bhopal News: भोपाल। बाल रूप में कृष्ण जी का दही मुख को खोलने पर ब्रह्माण्ड दिखाई देना, दो हजार वर्ष पूर्व शैलचित्रों में बलराम-श्रीकृष्ण, 2300 वर्ष पहले के सिक्कों पर बलराम-कृष्ण। अर्जुन द्वारा मछली की आंख पर निशाना लगाना। कुछ ऐसे ही छायाचित्र देखने को मिला बिड़ला संग्रहालय में। मौका था कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण एवं महाभारत विषय पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी का शुभारंभ अवसर पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से आए डा. मनोज कुमार कुर्मी एवं डा. टीकम तेनवार, डा. नारायण व्यास, रामायण केंद्र के निदेशक डा. राजेश श्रीवास्तव, अरुण डानायके, एमके माहेश्वरी, डा. पूजा सक्सेना, नगेन्द्र वर्मा, साधना व्यास, योगेश गुप्ता, अनिल सक्सेना, राजेश तेनानी एवं विकास दुबे उपस्थित थे। वहीं दर्शक इस प्रदर्शनी का अवलोकन 11 सितंबर तक कर सकती है।
प्रदर्शनी में 120 छायाचित्र
प्रदर्शनी में 120 छायाचित्रों को देखा जा सकता है। प्रदर्शनी में एक छायाचित्र में प्राकृतिक शैल गुहा को काटकर निर्मित कैलाश मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हैं, यह लगभग आठवीं शती ई में निर्मित है। इसमें श्रीकृष्ण जन्म, उनके द्वारा पूतना वध, असुर एवं धेनुकासुर, प्रलंब, नरकासुर, अघासुर के वध के दृश्य को दिखाया गया है। इसके अलावा कुब्जा का उद्धार, महाभारत के कथानक को प्रदर्शित किया गया है।
प्रश्नोत्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन
बिड़ला म्यूजियम के क्यूरेटर बीके लोखंड़े बताते हैं कि प्रदर्शनी में प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह आने वाले दर्शक को प्रश्न पत्र दिया जा रहा है, जिसमें प्रदर्शनी को देखकर उत्तर देना है। इस दौरान प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले दर्शकों को समापन अवसर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा।