भोपाल। नईदुनिया प्रतिनिधि।Bhopal News : मजदूर, छात्र व आम नागरिकों को घर पहुंचाने में मदद करने वाला रेलवे सामाजिक दायित्व भी निभा रहा है। भोपाल रेल मंडल ने रविवार-सोमवार की रात प्रसव पीड़ा से परेशान एक महिला को कम समय में अस्पताल पहुंचाकर सुरक्षित प्रसव कराने में मदद कर मिसाल पेश की है। महिला उत्तरप्रदेश के बस्ती की रहने वाली है।
वह श्रमिक स्पेशल ट्रेन में आंध्रप्रदेश के कुडप्पाह से भोपाल होकर गुजर रही थी। इसके पूर्व भोपाल रेल मंडल ने इंदौर की एक कैंसर पीड़ित महिला के लिए इंजेक्शन पहुंचाने में मदद की थी। बड़ी बात यह है कि महिला को रेलवे के अधिकारी, कर्मचारियों ने महज डेढ़ घंटे के भीतर भोपाल स्टेशन से निशातपुरा अस्पताल ले गए। वहां से सुल्तानिया भेजा गया।
दरअसल, आंध्रप्रदेश के कुडप्पाह से चली एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन रविवार-सोमवार की रात 12.15 बजे भोपाल स्टेशन पहुंची। ट्रेन में 1 हजार से अधिक मजदूर थे। इन्हीं में गर्भवती महिला रबुल जहां (20) अपने परिवार के साथ जा रही थी। उसे भोपाल के पहले से तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी। कर्मचारियों ने पूर्व से यह मैसेज रेलवे कंट्रोल को दिया था।
ट्रेन जैसे ही रात को भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-1 पर पहुंची तो वहां पहले से रेलवे अस्पताल के डॉक्टर शिवम टीम के साथ खड़े थे। उन्होंने जांच की और तुरंत निशातपुरा रेलवे अस्पताल ले गए। वे भी एंबुलेंस के साथ गए। वहां महिला की दोबारा जांच की और प्रसव का समय नजदीक होने के चलते महिला को तुरंत सुल्तानिया अस्पताल भेज दिया गया। जहां रात्रि में ही महिला ने नवजात को जन्म दिया है।
इनका कहना है
कोरोना संक्रमण के इस कठिन समय में हमारे रेलकर्मी जुटे हुए हैं। मंडल से होकर गुजरने वालीं ट्रेनों से आना-जाना कर रहे श्रमिक, छात्र व आम नागरिकों की समस्याओं को भी समझ रहे हैं। जितनी हो सके, उन्हें मदद भी पहुंचा रहे हैं। मंडल को इन रेलकर्मियों पर गर्व है। - उदय बोरवणकर, डीआरएम भोपाल रेल मंडल