Bhopal Railway News: भोपाल-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस शनिवार को भी चलाने की मांग, लेकिन यह है दिक्कत
रेल अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन का दूसरा रैक मिलने पर ही ऐसा संभव हो सकता है। मेंटेनेंस के चलते शनिवार को देते हैं विराम।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sun, 14 May 2023 10:39:50 AM (IST)
Updated Date: Sun, 14 May 2023 12:56:13 PM (IST)

भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। वंदे भारत एक्सप्रेस को शनिवार को भी चलाने की मांग उठ रही है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब इसके लिए दूसरा रैक भी मिल जाएगा। अभी एक ही रैक है, इसलिए ट्रेन को सप्ताह में छह दिन चलाया जा रहा है। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के बीच चलने वाली ट्रेन और उसमें दी जा रही सेवाओं को यात्री काफी पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि ट्रेन में सीट/बर्थ की मांग पूर्व की तुलना में बढ़ गई है और सप्ताह में सातों दिन ट्रेन को चलाने की मांग आ रही है। जिस पर रेलवे बोर्ड विचार कर रहा है।
सातों दिन चलाने के लिए रैक इसलिए जरूरी
किसी भी ट्रेन के रैक को निर्धारित दूरी तय कर लेने के बाद मेंटेनेंस की जरुरत होती है। वंदे भारत एक्सप्रेस के मौजूदा रैक के लिए यह दूरी 10 हजार किलोमीटर है, जो कि सप्ताह में शनिवार को छोड़कर सोमवार से लेकर रविवार के बीच तय कर लेती है। जिसके बाद शनिवार को उक्त ट्रेन के प्रत्येक कोचों की जांच की जाती है, जहां सुधार की जरूरत होती है, वह किया जाता हैं। इस पूरी प्रक्रिया में 10 से 12 घंटे लगते हैं। यदि इस ट्रेन को रोजाना चलाया जाता है तो उस स्थिति में मेंटेनेंस के लिए समय नहीं मिलेगा।
अभी वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर- 20171) तड़के 5.40 बजे रानी कमलापति स्टेशन से चलकर दोपहर 1.10 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंचती है। हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से यह ट्रेन दोपहर 2.40 बजे चलकर रात 10.10 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचती है। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस के रख-रखाव के लिए रात 10.10 बजे से सुबह 5.40 बजे के बीच का समय मिलता है, जो सामान्य साफ-सफाई के लिए तो पर्याप्त है लेकिन कोच में बड़ी तकनीकी कमी पाए जाने पर सुधार के लिए पर्याप्त नहीं है, इसलिए सप्ताह में शनिवार को फुल मेंटेनेंस करते हैं। इस ट्रेन को प्रतिदिन तभी चलाया जा सकता है जब एक और रैक मिलेगा।
ठंड के दिनों में बढ़ेंगी मुश्किलें
ठंड के दिनों में उत्तर भारत की ओर से आने वाली ट्रेनें 10 से 12 घंटे तक देरी भोपाल व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचती है। कई बार रानी कमलापति से नई दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस भी चार से पांच घंटे लेट हो जाती है। वंदे भारत की गति भी कोहरे में कम हो सकती है। यदि तब तक दूसरा रैक नहीं मिला तो देरी से चलने की स्थिति में उक्त ट्रेन को समय पर रवाना करना मुश्किल हो सकता है।
वंदे भारत एक्सप्रेस और उसमें दी जाने वाली सुविधाओं को रेल यात्री काफी पसंद कर रहे हैं। यह भी सही है कि उक्त ट्रेन को सप्ताह में शनिवार चलाए जाने की मांग भी आ रही है, लेकिन इस संबंध में वरिष्ठ स्तर से ही निर्णय होगा।
- सूबेदार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, भोपाल रेल मंडल