Railway News: उत्तर भारत और दिल्ली में पड़ रही कड़ाके की ठंड के कारण रेलवे की रफ्तार थम गई है। आगरा, झांसी, मुरैना, ग्वालियर और चंबल क्षेत्र सहित संपूर्ण उत्तर भारत में छाए घने कोहरे के कारण उत्तर भारत से आने वाली सभी ट्रेनें आठ घंटे तक की देरी से चल रही हैं। भोपाल रेल मंडल की अमरकंटक एक्सप्रेस को दो घंटे 40 मिनट की देरी से रवाना किया गया। इसके अलावा हजरत निजामुद्दीन से चलकर जबलपुर जाने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस भी सात घंटे 35 मिनट की देरी से चली। इसी के साथ जबलपुर रेल मंडल की जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस दोनों तरफ से री-शेड्यूल की गई। भोपाल स्टेशन पर ठहराव लेकर चलने वाली सचखंड एक्सप्रेस भी देरी से चली।
इन ट्रेनों को किया गया री-शेड्यूल
1. ट्रेन 12191 श्रीधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस 7.35 घंटे
2. ट्रेन 12192 जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन सुपरफास्ट चार घंटे
3. ट्रेन 12716 सचखंड एक्सप्रेस 3.35 घंटे
4. ट्रेन 12853 दुर्ग-भोपाल 2.40 घंटे
5. ट्रेन 22181 जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस तीन घंटे
छह घंटे की देरी से पहंची शान-ए-भोपाल :
हजरत निजामुद्दीन से रानी कमलापति के बीच चलने वाली शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस छह घंटे की देरी से सुबह 11.20 पर भोपाल पहुंची। इसके अलावा नई दिल्ली से रानी कमलापति के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस भी 25 मिनट की देरी से भोपाल पहुंची। इसके अलावा पंजाब मेल और झेलम एक्सप्रेस भी देरी से भोपाल पहुंची।
12156 शान-ए-भोपाल छह घंटे की देरी से
12002 शताब्दी एक्सप्रेस 25 मिनट की देरी से
18238 छत्तीसगढ़ एग्सप्रेस 50 मिनट की देरी से
12138 पंजाब मेल 2.30 घंटे की देरी से
11078 झेलम एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से
22130 तुलसी एक्सप्रेस 2.50 घंटे की देरी से
ट्रेन के लेट होने पर इन चीजों की मांग कर सकते हैं यात्री
रेलवे के अनुसार ट्रेन के लेट होने की स्थिति में रेलयात्री आपात स्थिति में चिकित्सीय सहायता की मांग कर सकते हैं। छोटे बच्चों के लिए दूध और भोजन की मांग भी रेलयात्री कर सकते हैं।