Bhopal Railway News: किसमस, न्यू ईयर पर घूमने का प्लान बना रहे, तो ट्रेन में अभी करा लें बुकिंग, 75 प्रतिशत ट्रेनों में 5 जनवरी तक वेटिंग
कोरोना के कारण बीते दो वर्ष से क्रिसमस व नव-वर्ष के मौके पर छुट्टियों में बाहर घूमने नहीं जा पाए लोग। ऐसे में इस साल बड़ी संख्या में लोग घूमने का प्लान बना रहे हैं। फिलहाल भोपाल से गुजरने वाली 25 प्रतिशत ट्रेनों में ही कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sat, 26 Nov 2022 01:54:33 PM (IST)
Updated Date: Sat, 26 Nov 2022 04:41:06 PM (IST)

भोपाल, (नवदुनिया प्रतिनिधि)। पिछले दो सालों से कोरोना के कारण भोपालवासी नव-वर्ष का जश्न मनाने के लिए शहर से बाहर नहीं जा पा रहे थे। लेकिन अब जब महामारी पर काफी नियंत्रण हो गया है, तो लोगों ने इस बार क्रिसमस व नव वर्ष की छुट्टियों पर बाहर जाने का फैसला किया है। लोगों ने बाहर घूमने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इसी के चलते लोगों ने ट्रेनों में टिकट आरक्षण कराना भी शुरू कर दिया है। इसका नतीजा यह है कि वर्तमान में भोपाल से गुजरने वाली 75 प्रतिशत ट्रेनों में 23 दिसंबर से 5 जनवरी तक लंबी प्रतीक्षा सूची देखने को मिल रही है। वहीं भोपाल से गुजरने वाली 25 प्रतिशत ट्रेनों में ही टिकट मिलने की संभावना नजर आ रही है।
ये हैं लोगों के पसंदीदा पर्यटन स्थल
भोपालवासी जम्मू-कश्मीर, वैष्णो देवी, शिमला, मनाली, दिल्ली, मुंबई, मथुरा व गोवा जैसी जगह की सबसे ज्यादा टिकट बुक करवा रहे हैं। वहीं दिल्ली, मुंबई, नागपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों में अभी भी टिकट मिलने की उम्मीद है। भोपाल, रानी कमलापति, संत हिरदाराम नगर स्टेशन के अलावा इटारसी और बीना जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों में भी 80 फीसदी बर्थ आरक्षित हो चुकी है।
इन ट्रेनों में अभी भी दिख रहीं खाली बर्थ
12622 हजरत निजामुद्दीन-चेन्नई सुपरफास्ट स्पेशल, 14815 भगत की कोठी-ताम्बरम हमसफर एक्सप्रेस, 22222 हजरत निजामुद्दीन-मुंबई जंक्शन राजधानी एक्सप्रेस के थर्ड एसी और सेकंड एसी श्रेणी में बर्थ खाली हैं। 12433 चेन्नई सेंट्रल-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस की सभी श्रेणी में कन्फर्म टिकट। 12001 रानी कमलापति-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस में सभी और 12155 रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन भोपाल एक्सप्रेस में सेकंड एसी में टिकट मिल सकते हैं। यदि यात्री अन्य ट्रेनों में टिकट बुक करने की योजना बना रहे हैं तो नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम पर बर्थ की जांच कर सकते हैं।