Bhopal Railway News: 11 नवंबर को हबीबगंज स्टेशन का निरीक्षण करेंगे रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, पीएम मोदी 15 को करेंगे लोकार्पण
सोमवार रात को स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीईओ सुबह फिर पहुंचे स्टेशन। व्यवस्थाएं देखी, सुधार के निर्देश दिए!
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Tue, 09 Nov 2021 12:28:30 PM (IST)
Updated Date: Tue, 09 Nov 2021 12:28:30 PM (IST)

भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 15 नवंबर को हबीबगंज स्टेशन का लोकार्पण करने से पहले रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव स्टेशन पर यात्री सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। वे 11 नवंबर को हबीबगंज आएंगे और पूरे दिन भोपाल में रहेंगे। वे अन्य व्यवस्थाओं की भी समीक्षा करेंगे। रेलमंत्री के आगमन के पूर्व सोमवार रात को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीईओ सुनीत शर्मा ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। वे मंगलवार सुबह दोबारा स्टेशन पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे तक रहे। इस दौरान उनके साथ पश्चिम-मध्य रेलवे के जीएम सुधीर कुमार गुप्ता, डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय थे। सीआरबी ने प्रत्येक व्यवस्थाओं को बारीकी से समझा है। कई व्यवस्थाओं में सुधार करने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री पहली बार स्टेशन आ रहे हैं, इसलिए कोई कमी नहीं दिखनी चाहिए। उन्हों स्टेशन परिसर के प्रत्येक हिस्से में संबंधित कामों को प्रदर्शित करने के लिए कहा है। यह भी कहा कि इस पूरी तैयारी के दौरान यात्रियों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
हबीबगंज पर केंद्र सरकार का इसलिए फोकस
हबीबगंज स्टेशन पर दूसरे स्टेशनों की तुलना में अतिरिक्त सुविधा दी है। यहां रेलवे ट्रैक के उपर डोम के आकार में बड़ा फुटओवर ब्रिज बनाया है। जिस पर नौ सौ से अधिक यात्री बैठ सकते हैं। इसके अतिरिक्त डोम आकार के ब्रिज पर खानपान स्टाल रहेंगे। ये बहुउपयोगी होंगे। इनमें जरूरत की अन्य सामग्री भी मिलेगी। यह पहला ऐसा स्टेशन होगा, जिस पर प्रवेश व निकासी की व्यवस्था अलग-अलग होगी।
बता दें कि 15 नवंबर को स्टेशन का लोकार्पण होना है। इसकी युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही है। प्रधानमंत्री जंबूरी मैदान में आयोजित जनजातीय महासम्मेलन में हिस्सा लेने आ रहे हैं। वे इसी दिन हबीबगंज स्टेशन का लोकार्पण भी करेंगे। यह सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी मॉडल) से विकसित देश का पहला रेलवे स्टेशन है, जिसे 450 करोड़ रुपये से विकसित किया गया है। इनमें से 100 करोड़ रुपये से स्टेशन के प्लेटफार्मों पर यात्री सुविधाओं का विस्तार किया है।