राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश में वेयर हाउस से जुड़ी गड़बड़ियां एक के बाद एक सामने आ रही हैं। हाल ही में रायसेन जिले में गेहूं आपूर्ति में गड़बड़ी सामने आई है। रायसेन के विनायक और एग्रीकल्चर वेयर हाउस में गेहूं की 50-50 किलो की बोरियां रखी गई थीं, लेकिन जब यह गेंहू सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए दुकानों में भेजा गया तो बोरियों में 17 से 30 किलो ही गेहूं पाया गया। जब इसकी जांच की गई तो पाया गया कि वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के तीन कंप्यूटर आपरेटरों ने मिलकर इस घपले को अंजाम दिया।
इन्होंने गेहूं आपूर्ति में गड़बड़ी कर शासन को आठ लाख रुपये की हानि पहुंचाई। वर्ष 2021- 22 की गई गड़बड़ी की जांच कर रायसेन के जिला आपूर्ति अधिकारी ने वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक को पत्र लिखकर इस पूरे मामले से अवगत कराकर दोषियों पर कार्रवाई के लिए कहा है।
दरअसल, रायसेन तहसील के विनायक वेयरहाउस में वर्ष 2021-22 में क्रय की गई 83 हजार बोरियों में भंडारित 41500 क्विंटल गेहूं एवं एग्रीकल्चर वेयरहाउस में वर्ष 2022-23 में क्रय किए गए 42716 बोरियों में भंडारित 21358 क्विंटल गेहूं का उठाव विभिन्न दिनांकों में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा रैक/पीडीएस के लिए किया गया है।
इन्हें बाद में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन दुकानों में भेजा गया। वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन रायसेन के कंप्यूटर ऑपरेटर आकाश, सौरभ एवं दीपक लोधी तथा सुनील मांझी ने वेयर हाउस से लेकर पीडीएस दुकानों तक गेहूं पहुंचाने में घपला किया।