ट्रेनों में जल्द मिलेंगे चादर-कंबल, यात्रियों को किराए में छूट का लाभ भी मिलेगा
कोरोना नियंत्रण में आया तो ट्रेनों में ताजा खाना परोसने की सुविधा पुन: शुरू कर चुका है रेलवे। बाकी सुविधाओं को बहाल करने पर विचार।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Mon, 14 Feb 2022 01:16:17 PM (IST)
Updated Date: Mon, 14 Feb 2022 01:16:17 PM (IST)

भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप कम होने के बाद रेल यात्रियों को काफी राहत मिलने वाली है। दो वर्षों से बंद ट्रेनों में चादर, कंबल व तकिए जल्द मिलने लगेंगे। पूर्व में यह सुविधा मिलती थी, जिसे कोरोना संक्रमण के चलते बंद कर दिया था। अब कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है, जिसे देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों में पेंट्रीकार सेवा तो चालू कर दी है। इससे यात्रियों को ताजा खाना मिलने लगा है। सभी चिन्हित श्रेणी के यात्रियों को किराए में छूट देने की पुरानी व्यवस्था को भी जल्द बहाल किया जा सकता है। रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इन सभी विषयों पर विचार किया जा रहा है और समय के साथ पूर्व की तरह ट्रेनों में तमाम सेवाओं और सुविधाओं को बहाल किया जा रहा है।
भोपाल से गुजरने वाली 130 ट्रेनों के लाखों यात्रियों को होगा फायदा
भोपाल व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन नई दिल्ली-चेन्नई रेलमार्ग पर स्थिति है जो कि सबसे व्यस्ततम रेलमार्गों में से एक है। इस मार्ग से होते हुए चौबीस घंटे में 130 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। साप्ताहिक और विशेष ट्रेनों को मिलाकर इनकी संख्या 150 तक पहुंच जाती है। इनमें रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं। ऐसे यात्रियों को ट्रेनों में चादर, कंबल मिलने की सुविधा शुरू होने से फायदा होगा। साथ ही इन ट्रेनों में विभिन्न श्रेणी के पात्र यात्रियों को किराए में छूट मिलने से भी फायदा होगा।
कोरोना काल में बंद इन सेवाओं के शुरू होने का इंतजार
— मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में सामान्य के टिकट नहीं दिए जा रहे हैं। इन्हें बुक कराने के लिए आरक्षण कराना पड़ रहा है जो कि कम आय वाले और एंड्रायड मोबाइल उपयोग नहीं करने वाले यात्रियों के लिए मुश्किल काम है। साथ ही उन यात्रियों को भी दिक्कतें होती है जिन्हें तुरंत यात्रा के लिए निकलना पड़ता है। रेलवे ने यह सेवा चुनिंदा ट्रेनों में ही पूर्व की तरह बहाल की है।
— वरिष्ठ नागरिक और खेल क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त करने समेत अन्य विशेष श्रेणी की पात्रता रखने वाले नागरिकों को रेलवे किराए में छूट प्रदान करता है। कोरोना संक्रमण में छूट का यह दायरा सीमित कर दिया है। कई श्रेणी में पात्रता रखने वाले यात्रियों को किराए में छूट नहीं दी जा रही है। जिसका नुकसान रेल यात्रियों को उठाना पड़ रहा है।
— कोरोना संक्रमण के पहले तक रेलवे पैसेंजर ट्रेनें चलाता था। ये ट्रेनें छोटे—छोटे स्टेशनों पर ठहराव लेकर लंबी दूरी तक चलती थी। जिसमें हजारों यात्री सफर करते थे। खासकर ये ट्रेनें ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान थीं। जिन्हें कोरोना संक्रमण में बंद कर दिया था। इनमें से एक—दो को छोड़कर बाकी की ट्रेनों को रेलवे ने अब तक बहाल नहीं किया है।