Chandra Grahan : भोपाल। (नवदुनिया प्रतिनिधि)। इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन 5 जुलाई को चंद्रग्रहण पड़ेगा। हालांकि यह चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इससे सूतक काल भी नहीं लगेगा। मंदिरों के पट भी बंद नहीं होंगे। यह साल का तीसरा चंद्र ग्रहण है।
खगोलविद् अनिल धीमान ने बताया कि वर्ष 2020 में कुल 6 ग्रहण पड़ेंगे। इसमें से दो चंद्र ग्रहण (10 जनवरी, 5 जून) व एक सूर्यग्रहण (21 जून) लग चुका है। आगामी समय में दो चंद्र ग्रहण व एक सूर्य ग्रहण लगेगा। 5 जुलाई को लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। लॉस ऐंजिल्स में 4 जुलाई रात 8 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 52 मिनट तक दिखाई देगा। यह पौने तीन घंटे तक देखा जा सकेगा। कैपटाउन में 5 जुलाई को सुबह 5 बजे तक खत्म होगा। 30 नवंबर को फिर से चंद्रग्रहण व 14 दिसंबर को सूर्यग्रहण पड़ेगा।
पूर्ण चंद्रग्रहण 2025 में दिखेगा
संपूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 में देखने को मिलेगा। वैसे सामान्यतः एक वर्ष में 4 ग्रहण लगते हैं। जिसमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्रग्रहण, लेकिन कभी-कभी इससे ज्यादा भी ग्रहण पड़ जाते हैं। 2024 में 3 चंद्रग्रहण और दो सूर्य ग्रहण लगेंगे। यही इतिहास 2027 में भी दोहराएगा। जबकि 2029 हमारे लिए खास होगा, तब यहां 4 सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण देखने का मौका मिलेंगे।
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व सादगीपूर्ण तरीके से मनाया जाएगा। इस बार गुरु-शिष्य परंपरा के बीच मिलन में दो गज की दूरी रखी जाएगी। दूर से अभिवादन-आशीर्वाद की परंपरा निभाई जाएगी। गुफा मंदिर में गुरु पूर्णिमा के दिन छोटे रूप में आयोजन होगा। वहीं, इसी परिसर के मानस उद्यान में मां चामुंडा दरबार की ओर से होने वाला कार्यक्रम नहीं होगा।
मंदिर के पुजारी पंडित रामजीवन दुबे ने कोरोना संक्रमण के चलते इस साल गुरु पूर्णिमा पर कार्यक्रम नहीं करने की बात कही। बता दें कि गत वर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुफा मंदिर परिसर में भव्य रूप में बड़ा आयोजन हुआ था। सैकड़ों लोगों ने भोजन प्रसादी में भी शामिल हुए थे, लेकिन इस बार मंदिर के संत-महात्माओं की मौजूदगी में ही कार्यक्रम संपन्न होगा। इसके अलावा अन्य स्थानों पर संक्षिप्त रूप में आयोजन होंगे।