राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। चित्रकूट में घाटों के विस्तार, जीर्णोद्धार तथा सौंदर्यीकरण के लिए आसपास की निजी भूमि सहित अन्य आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग चित्रकूट के समग्र विकास के लिए तैयार कराए गए प्रस्ताव पर जल्द काम प्रारंभ कराएगा।
पर्यटन स्थल विकास के लिए मझगवां में वन विभाग से भूमि हस्तांतरण के साथ अमरकंटक में निजी और शासकीय भूमियों के चिह्नांकन की कार्रवाई भी जल्द पूरी होगी। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा श्रीराम पथ गमन, परिक्रमा पथ और श्रीराम राजा लोक के निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान दी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के बाद पर्यटकों और श्रद्धालुओं का सारा फोकस चित्रकूट पर है। श्रीराम पथ गमन और श्रीराम राजा लोक के निर्माण कार्य भव्यता के साथ किए जाएं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा को प्राथमिकता में रखें। श्रीराम पथ गमन निर्माण से पहले परिक्रमा पथ तैयार किया जाए, इससे देश-विदेश के पर्यटकों के बीच चित्रकूट का व्यापक प्रचार होगा। चित्रकूट के घाटों पर पर्यटकों को आध्यात्मिक अनुभव होना चाहिए।
इसके लिए हमारे सभी प्रयास इसी दिशा में आगे बढ़ने चाहिए। चित्रकूट में हेल्थ वेलनेस सेंटर बनाया जाए। यहां के समग्र विकास के लिए सेवा के कामों से जुड़ी धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को भी जोड़ा जाए। बड़ी कंपनियों के सीएसआर फंड से भी चित्रकूट में सेवा गतिविधियां विकसित की जाएं। सोमवती अमावस्या पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए भीड़ प्रबंधन की माइक्रो प्लानिंग की जाए। चित्रकूट नगर परिषद हैं, इसलिए वहां नगरीय विकास से जुड़े सभी काम प्राथमिकता से किए जाएं।
बैठक में बताया किया गया कि प्रदेश में श्रीराम पथ गमन क्षेत्र अंतर्गत आरंभिक रूप से नौ जिलों के 23 स्थान चिह्नित किए गए हैं। इन स्थलों की विकास कार्य योजना प्रारूप, कांसेप्ट मास्टर प्लान, वास्तुविद डिजाइन, ड्राइंग्स इत्यादि के निर्धारण के लिए पर्यटन विकास निगम निविदा जारी करेगा।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह ने बताया कि 117 करोड़ रुपये की लागत से 34.30 किलोमीटर सड़कें बनाना प्रस्तावित है। श्री राम पथ गमन के 7.5 किलोमीटर मार्गों की प्रशासकीय स्वीकृति लेकर निविदा आमंत्रित की जा चुकी है।