भोपाल (नईदुनिया स्टेट ब्यूरो)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश से शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी मौजूद थे। पार्टी नेताओं के मुताबिक तीनों के बीच राजनीतिक नियुक्तियों, एक राज्यसभा सीट, खंडवा लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए होने वाले उपचुनाव के संबंध में मंथन हुआ। राज्यसभा की सीट पूर्व केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के इस्तीफे से रिक्त हुई है। वहीं भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से खंडवा लोकसभा सीट खाली हुई है।
सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा में मध्य प्रदेश से भेजे गए सदस्यों में अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व पर्याप्त है। इस आधार पर दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सौदान सिंह या किसी अन्य राज्य के उन नेताओं को मध्य प्रदेश से राज्यसभा में भेजा जा सकता है, जो हाल ही में मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाए गए हैं। सौदान सिंह मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के रहने वाले हैं और पिछली कार्यकारिणी में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री थे।
दिग्गज नेताओं के बीच खंडवा लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रत्याशी चयन पर भी चर्चा हुई। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्ष चौहान सहित अन्य दावेदारों के नाम पर भी विचार किया गया। कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी अरुण यादव को देखते हुए भाजपा यहां से मजबूत प्रत्याशी खड़ा करना चाहती है।
नेताओं के मंथन में पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस और कैलाश्ा विजयवर्गीय की दावेदारी पर भी विचार किया गया है। इसके अलावा स्थानीय संगठन द्वारा सुझाए गए राजपाल सिंह तोमर, नरेंद्र सिंह तोमर और ज्ञानेश्वर पाटिल के नाम पर भी तीनों नेताओं ने चर्चा की। संभागीय संगठन मंत्रियों की भूमिका पर भी पार्टी नेताओं ने मंथन किया। आने वाले समय में संभागीय संगठन मंत्री की नई व्यवस्था बनाई जा सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री को बुलाया
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी को भी शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में तलब किया गया था। डॉ. चौधरी से शिवप्रकाश ने बातचीत की। बताया जा रहा है कि प्रभार के धार जिले के कुछ नेताओं ने डॉ. चौधरी के खिलाफ उपेक्षा की शिकायत की थी।